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India Daily

महाठग सुकेश चंद्रशेखर को घड़ी देने वाले जेल चिकित्सा अधिकारी पर गिरी गाज, रिटायरमेंट वाले दिन हुआ सस्पेंड

कथित तौर पर रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर ने वरिष्ठ अधिकारियों से परामर्श किए बिना कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर को एक "कलाई घड़ी" पहनने की अनुमति दी थी

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Edited By: Ritu Sharma
jail medical officer who gave wristwatch to Sukesh Chandrashekhar suspended on his retirement day

दिल्ली की मंडोली जेल के केंद्रीय अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी (RMO) आर. राठी को पिछले माह उनकी सेवानिवृत्ति के दिन निलंबित कर दिया गया. उन पर कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर को बिना वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह के "कलाई घड़ी" देने की अनुमति देने का आरोप है. राठी 28 फरवरी को रिटायर होने वाले थे, लेकिन उसी दिन उन्हें निलंबित कर दिया गया. एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने बताया कि निलंबन के बाद यह जांच शुरू की गई है कि ऐसी सिफारिश क्यों की गई. राठी ढाई साल से जेल में आरएमओ के पद पर थे.  

सुकेश पर 200 करोड़ की उगाही का आरोप

सुकेश चंद्रशेखर 2017 से जेल में है और कई आपराधिक मामलों में आरोपी है. वर्तमान में वह रैनबैक्सी के पूर्व मालिक शिवेंद्र सिंह की पत्नी अदिति से 200 करोड़ रुपये की उगाही के आरोप में मंडोली जेल में बंद है. उसने कथित तौर पर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के प्रतिनिधि बनकर अदिति को फोन किया था. जेल में उसका आचरण भी असंतोषजनक रहा है, जिसके लिए उसे 11 बार दंड मिला.  

कोर्ट ने दी थी घड़ी पहनने की अनुमति

दिल्ली की एक अदालत ने सुकेश को सुरक्षा जांच के बाद घड़ी पहनने की अनुमति दी थी. 10 जनवरी के आदेश में कहा गया कि जेल नियमों के तहत धातु, सिक्के, आभूषण आदि वर्जित हैं. अदालत ने जेल अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा था, लेकिन जवाब अस्पष्ट रहा. सुकेश ने दावा किया कि अन्य कैदियों को भी घड़ी पहनने की इजाजत है. विशेष न्यायाधीश ने राठी की सिफारिश की प्रति की जांच का आदेश दिया. तब तक सुकेश को साधारण घड़ी पहनने की अनुमति दी गई. राज्य ने इस फैसले को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है.