राज्यसभा में विनेश फोगाट पर जमकर हंगामा बरपा है. पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल मुकाबले से डिसक्वालिफाई होने के बाद विपक्ष राज्यसभा में चर्चा की मागं कर रहा था. सभापति शांतिपूर्ण तरीके से सबको सुन रहे थे लेकिन तभी विपक्षी सांसद हंगामा करने लगे. विनेश फोगाट की अयोग्यता पर विपक्ष चर्चा चाह रहा था लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ कि खुद जगदीप धनखड़, सभापति के चेयर से उठे और बाहर चले गए. राज्यसभा में लोग नारेबाजी करने लगे.
सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष से कहा कि आपका रवैया ठीक नहीं है. आपने मेरा अपमान किया है, इसलिए मैं यहां बैठने में सक्षम नहीं हो पा रहा हूं. आज यहां जो हुआ है, वह ठीक नहीं हुआ है. मुझे नहीं, बल्कि सभापति के पद को चुनौती दी जा रही है. विपक्षी सांसदों ने सदन से ही वाकआउट कर दिया.
सभापित जगदीप धनखड़ ने डेरेक ओ ब्रायन को फटकारते हुए कहा, 'मिस्टर डेरेक ओर ब्रायन. आपका व्यवहार सबसे ज्यादा भद्दा है. आप चेयर पर चिल्ला रहे हैं. अगली बार मैं आपको बाहर कर दूंगा. यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. हमने बहुत खराब दृश्य देखे हैं. हमने लोकतंत्र का काला अध्याय भी देखा है. हमें पता है कि यह कैसे होता है. यह संसदीय संस्थाओं को चुनौती देने से ही शुरू होता है. जून 1975 में भी ऐसे ही परिस्थितियां रही होंगी.'
जगदीप धनखड़ ने कहा, 'मैं अपनी शपथ से दूर नहीं भाग रहा हूं, पर जो आज मैंने देखा है, जिस तरह का व्यवहार सदस्यों ने किया है, शारीरिक रूप से किया है, जिस तरह का व्यवहार इधर से भी हुआ है, कुछ समय के लिए मैं यहां बैठने में अपने आपको सक्षम नहीं पा रहा हूं.'
'ये अपने आप को गिरा रहे हैं' बोलकर चले गए सभापति
जगदीप धनखड़ ने कहा, 'आप लोग अपने आपको गिरा रहे हैं. पूरा देश दुखी है. अपनी बच्ची के लिए हर कोई दुखी है. आप इसे भुनाना चाहते हैं, इसका राजनीतिकरण विनेश का अपमान है. हरियाणा राज्य सरकार, सिल्वर विजेता को मिलता है, वह देगा. राज्य सरकार, उसे मेडल विनर मानती है. हम आपसे अपील करते हैं, ऐसे मुद्दों को मिलकर सुलझा लेते हैं.'
जगदीप धनखड़ ने कहा कि पूरा देश विनेश फोगाट के लिए दुखी है. इसका राजनीतिकरण मत करो. हम उन्हें सब सम्मान देंगे, जो उन्हें मिलेंगे. उन्होंने कहा कि अब यह परंपरा बन रही है कि कुर्सी की चुनौती दी जाए. हर बार निशाना बनाया जा रहा है. इस दर्द के वक्त में, जब हमारे देश के लोग हैरान हैं, लोग राज्यसभा में जिम्मेदारी नहीं दिखा रहे, वे चिल्ला रहे हैं. नारे लगा रहे हैं, इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे.'