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पहले वाले 'महापुरुष', बाद वाले 'युगपुरुष'; उपराष्ट्रपति ने महात्मा गांधी से की पीएम मोदी की तुलना, कांग्रेस ने घेरा

कांग्रेस नेता टैगोर ने लिखा कि अगर आप महात्मा से तुलना करते हैं तो यह शर्मनाक है सर. हम सभी जानते हैं कि चाटुकारिता की एक सीमा होती है, अब आप उस सीमा को पार कर चुके हैं.

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पहले वाले 'महापुरुष', बाद वाले 'युगपुरुष'; उपराष्ट्रपति ने महात्मा गांधी से की पीएम मोदी की तुलना, कांग्रेस ने घेरा

jagdeep dhankhar compare PM Modi with Mahatma Gandhi: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पीएम मोदी की तुलना महात्मा गांधी से की है. उन्होंने कहा कि पहले वाले (महात्मा गांधी) 'महापुरुष' और बाद वाले (नरेंद्र मोदी) 'युगपुरुष' हैं. उपराष्ट्रपति ने जैन फकीर और दार्शनिक श्रीमद राजचंद्रजी को समर्पित एक कार्यक्रम में ये बातें कही. उपराष्ट्रपति के बयान के बाद कांग्रेस ने आपत्ति जताई और उनकी टिप्पणी को शर्मनाक बताया.

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने क्या कहा?

सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैं आपको एक बात कहना चाहूंगा. पिछली शताब्दी के महापुरुष महात्मा गांधी थे, इस शताब्दी के युगपुरुष नरेंद्र मोदी हैं. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा से हमें अंग्रेजों की गुलामी से छुटकारा दिलाया, जबकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को प्रगति के उस रास्ते पर डाल दिया है, जिस पर हम भारत को हमेशा से देखना चाहते थे.

उपराष्ट्रपति ने कहा कि महात्मा गांधी और पीएम मोदी दोनों ही श्रीमद राजचंद्रजी की भावना और शिक्षाओं को प्रतिबिंबित करते हैं. उधर, उपराष्ट्रपति के इस बयान की कांग्रेस ने निंदा की है. कांग्रेस नेता मनिकम टैगोर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना महात्मा गांधी से करना शर्मनाक है.

कांग्रेस नेता टैगोर बोले- सर, आप सीमा पार कर चुके हैं

सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के हैंडल पर कांग्रेस नेता टैगोर ने लिखा कि अगर आप महात्मा से तुलना करते हैं तो यह शर्मनाक है सर. हम सभी जानते हैं कि चाटुकारिता की एक सीमा होती है, अब आप उस सीमा को पार कर चुके हैं.

बहुजन समाज पार्टी के सांसद ने भी साधा निशाना

उपराष्ट्रपति के बयान पर बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सांसद दानिश अली ने भी आपत्ति जताई. उन्होंने उपराष्ट्रपति की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की पार्टी के एक सांसद को एक विशेष समुदाय के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने की अनुमति देकर संसद में नए युग की शुरुआत की गई है.

उनका बयान चंद्रयान-3 मिशन पर चर्चा के दौरान सितंबर में लोकसभा में बसपा नेता के खिलाफ भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की आपत्तिजनक टिप्पणी के संदर्भ में था.