लोकसभा में गूंजा तमिलनाडु के मछुआरों का मुद्दा, द्रमुक सांसदों ने की केंद्र से हस्तक्षेप की मांग
तमिलनाडु के मछुआरों की गिरफ्तारी को लेकर लोकसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ. द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के सांसदों ने आरोप लगाया कि श्रीलंकाई नौसेना लगातार भारतीय मछुआरों को परेशान कर रही है और मनमाने ढंग से गिरफ्तारियां कर रही है. उन्होंने केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की.
तमिलनाडु के मछुआरों की गिरफ्तारी को लेकर लोकसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ. द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के सांसदों ने आरोप लगाया कि श्रीलंकाई नौसेना लगातार भारतीय मछुआरों को परेशान कर रही है और मनमाने ढंग से गिरफ्तारियां कर रही है. उन्होंने केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की.
प्रश्नकाल समाप्त होते ही द्रमुक सांसदों ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया. वे नारेबाजी करने लगे और बोलने की अनुमति की मांग की. पीठासीन सभापति दिलीप सैकिया ने इस पर द्रमुक सांसद कनिमोझी को अपनी बात रखने की अनुमति दी.
मछुआरों को किया जा रहा है प्रताड़ित : कनिमोझी
लोकसभा में अपनी बात रखते हुए कनिमोझी ने कहा, "तमिलनाडु के मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना लगातार परेशान कर रही है. अभी तक 97 से अधिक मछुआरे श्रीलंका की जेलों में बंद हैं. कई को गोली मारी गई, उनका शारीरिक उत्पीड़न किया गया और 210 से अधिक नौकाओं को जब्त कर लिया गया है."
संसद परिसर में भी हुआ जोरदार प्रदर्शन
लोकसभा के भीतर ही नहीं, संसद परिसर में भी इस मुद्दे पर द्रमुक, कांग्रेस और वाम दलों के सांसदों ने विरोध प्रदर्शन किया. ‘तमिल मछुआरों के लिए न्याय’, ‘हमारे मछुआरों को वापस लाओ’, और ‘तमिलनाडु के मछुआरे भारतीय हैं’ जैसी तख्तियों के साथ उन्होंने सरकार से स्थायी समाधान निकालने की मांग की.
सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग
द्रमुक सांसदों ने केंद्र सरकार से अपील की कि वह श्रीलंका से इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाए और भारतीय मछुआरों को तुरंत रिहा कराने के लिए ठोस कदम उठाए.