menu-icon
India Daily

इकबाल अंसारी ने गंगा-जमुनी तहजीब की पेश की अनूठी मिसाल, गनर को गिफ्ट में दिया राम मंदिर मॉडल

गंगा-जमुनी तहजीब की एक नई तस्वीर अयोध्या से सामने आयी है. जहां राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि मुकदमे के पूर्व वादी इकबाल अंसारी ने अपने एक सहयोगी को उपहार देने के लिए राम मंदिर की एक लघु मॉडल उपहार खरीदा है.

auth-image
Edited By: Avinash Kumar Singh
Iqbal Ansari

हाइलाइट्स

  • बाबरी के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी की अनूठी पहल
  • अपने गनर को राम मंदिर का लघु मॉडल उपहार में दिया

नई दिल्ली: गंगा-जमुनी तहजीब की एक नई तस्वीर अयोध्या से सामने आयी है. जहां राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि मुकदमे के पूर्व वादी इकबाल अंसारी ने अपने एक सहयोगी को उपहार देने के लिए राम मंदिर की एक लघु मॉडल उपहार खरीदा है. इस मौके पर इकबाल ने कहा कि यह राम मंदिर की प्रतिकृति है. लोगों की अलग-अलग आस्था है. मैंने अपने गनर को उपहार देने के लिए भी इसे खरीदा है. इस तरह की चीजों की मांग बढ़ गई है, इसलिए मैंने भी इसे खरीदा.

इकबाल अंसारी को रामलला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण

गौरतलब है कि इकबाल अंसारी को 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला है. ये निमंत्रण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से दिया गया है. इकबाल अंसारी बाबरी मस्जिद के प्रमुख समर्थक रहे हैं और उन्हें 5 अगस्त, 2020 को आयोजित राम मंदिर के 'भूमिपूजन' समारोह में शामिल होने का निमंत्रण भी मिला था. बीते दिनों पीएम मोदी के अयोध्या दौरे के रोड शो के दौरान स्थानीय लोगों ने पीएम मोदी पर फूलों की वर्षा की. इसी बीच इकबाल अंसारी का भी एक वीडियो सामने आया है. जिसमें इकबाल अंसारी पीएम मोदी के काफिले पर पुष्प वर्षा करते हुए दिखाई दे रहे थे. 

'मैं अयोध्या का हूं और अयोध्या की भूमि धार्मिक'

कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया. इकबाल अंसारी ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं अयोध्या का हूं और अयोध्या की भूमि धार्मिक है, लोग इस शहर में अपनी श्रद्धा रखते हैं. सभी विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे हैं. लेकिन हम इसका विरोध नहीं कर रहे हैं, हम स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि अयोध्या आएं. सरयू नदी का पवित्र स्नान करें और अपने शरीर और मन को शुद्ध करें. इसका विरोध करने की कोई जरूरत नहीं है. प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. लोगों को आना चाहिए और अपने जीवन में जो कुछ भी किया है, उसका हिसाब भगवान को देना चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए. 

रामलला प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का मुहूर्त 

अयोध्या में रामलला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान 16 जनवरी को शुरू होगा. वाराणसी के वैदिक विद्वान लक्ष्मी कांत दीक्षित 22 जनवरी को राम लला के अभिषेक समारोह का मुख्य अनुष्ठान करेंगे. 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का अति सूक्ष्म मुहूर्त निकाला गया है. जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा. मध्‍याह्न काल में मृगशिरा नक्षत्र में 84 सेकेंड के मुहूर्त में प्रधानमंत्री मोदी रामलला के विग्रह की आंखों में बंधी पट्टी यानी दिव्‍य दृष्टि खोलने के बाद काजल व टीका लगाने के साथ-साथ भगवान रामलला की महाआरती करेंगे.