झारखंड सरकार ने जनरल ग्रेजुएट लेवल कंबाइंड कंपीटिटिव एग्जामिनेशन से पहले एक बड़ा फैसला लिया है. दरअसल यहां हेमंत सोरेन सरकार ने परीक्षा से पहले शनिवार यानी आज और रविवार को पांच घंटे के लिए इंटरनेट सर्विस पर रोक लगाने का फैसला लिया है. झारखंड सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि दो दिन सुबह 8 बजे से दोपहर के डेढ़ बजे तक इंटरनेट सेवा निलंबित रहेंगी. परीक्षा में चीटिंग रोकने के लिए सरकार की ओर से यह फैसला लिया गया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने परीक्षा की तैयारियों के संबंध में एक सीनियर अधिकारियों के साथ मीटिंग के बाद यह फैसला लिया है. इस बैठक में उन्होंने यह स्पष्ट रूप से कहा है कि परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही किसी भी हालात में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
हेमंत सोरेन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर कहा, 'अगर कोई परीक्षा के दौरान किसी तरह की कोई गलती करने की कोशिश करता है तो हम उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे'.झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमिशन के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में 823 केंद्रों पर JGGLCCE परीक्षा आयोजित की जाएगी.इसमें लगभग 6.39 लाख उम्मीदवार शामिल होंगे. परीक्षा में धांधली और पेपर लीक के खतरों से निपटने के लिए हेमंत सोरेन सरकार ने यह फैसला लिया है और कहा है कि अगर कोई गलती से भी गलती करता है तो इसे सीरियसली लिया जाएगा.
इंटरनेट सर्विस पर रोक लगाने का राज्य सरकार का मकसद है कि परीक्षा के दौरान उम्मीदवारों को मैसेजिंग या चैट्स के जारी पेपर मुहैया न कराया जा सके. आमतौर पर पेपर लीक से जुड़े लोग परीक्षा से पहले पेपट वाट्सएप या अन्य मैसेजिंग एप के जरिए सर्कुलेट करने की कोशिश करते है. इसलिए हेमंत सरकार की कोशिश है कि पेपर की नतीजे पर किसी तरह का सवाल न उठाया जा सके.
झारखंड गृह विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है 21-22 सितंबर को सुबह 8 बजे से दोपहर के 1.30 बजे तक, 'फिक्स्ड टेलीफोन लाइनों पर आधारित वॉयस कॉल ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी जारी रह सकती है. इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा-223 और भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम 1885 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी.'