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'सीकेएलए कैडरों की गिरफ्तारी से साबित हुई मणिपुर में अंतरराष्ट्रीय साजिश', CM एन बीरेन सिंह का बड़ा बयान

Manipur Violence: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस बात की उम्मीद जतायी है कि राज्य में जल्द ही शांति बहाल की जाएगी.

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Edited By: Avinash Kumar Singh
'सीकेएलए कैडरों की गिरफ्तारी से साबित हुई मणिपुर में अंतरराष्ट्रीय साजिश', CM एन बीरेन सिंह का बड़ा बयान

नई दिल्ली: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि राज्य में स्थितियां तेजी से सामान्य हो रही है. ऐसे में राज्य में जल्द ही शांति बहाल की जाएगी. सीएम एन बीरेन सिंह ने इंफाल में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखते हुए कहा कि शांति बहाल की कोशिशें युद्धस्तर पर चल रही हैं और अब धीरे-धीरे लोग खुश होंगे.

AK-47, इंसास, और एम-16 राइफल्स बरामद

मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने एक्स पोस्ट के जरिये बड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा "मणिपुर पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र बलों की ओर से एक बड़ी सफलता में म्यांमार स्थित आतंकवादी समूह सीकेएलए से कई हथियार, गोला-बारूद, ड्रग्स और नकदी पकड़ी गई है. जब्त किए गए हथियारों में भारी मात्रा में गोला-बारूद के साथ एके 47, इंसास, स्नाइपर और एम 16 राइफलें शामिल हैं. इसके अलावा लगभग 2.5 किलोग्राम वजनी अफीम, 4,86,500 रुपये नकद और कई अन्य सामान भी बरामद किए गए."

'सीकेएलए कैडरों की गिरफ्तारी से साबित हुई मणिपुर में अंतरराष्ट्रीय साजिश'

अपने एक्स पोस्ट में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने आगे कहा "इससे पहले NIA ने ऐसे मामले उठाए हैं जिनमें यह विशेष रूप से कहा गया था कि म्यांमार और बांग्लादेश स्थित एक अंतरराष्ट्रीय साजिश मौजूद है. मणिपुर में मौजूदा अशांति का फायदा उठाकर भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए सीकेएलए कैडरों की गिरफ्तारी और हथियारों की बरामदगी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि मणिपुर और देश को अस्थिर करने के उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय साजिश रची जा रही है"

'मणिपुर में हिंसा के पीछे संभावित अंतरराष्ट्रीय साजिश'

इससे पहले नागपुर में विजयादशमी संबोधन में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी मणिपुर में हिंसा के पीछे संभावित अंतरराष्ट्रीय साजिश का संकेत दिया था. उन्होंने कहा "क्या इन घटनाओं में दक्षिण-पूर्व एशिया की भू-राजनीति की भी भूमिका है? देश में एक मजबूत सरकार होने के बावजूद किसके बल और शह पर यह हिंसा इतने दिनों तक बदस्तूर जारी रही? यह हिंसा क्यों भड़की और अब भी जारी है? मणिपुर उच्च न्यायालय की ओर से राज्य के मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने पर विचार करने का राज्य सरकार को निर्देश देने के बाद सूबे में हिंसा का दौर देखने को मिला था.

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