नई दिल्ली: TMC में अंदरूनी कलह की अफवाहों को खारिज करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पार्टी पुराने नेताओं और नए सदस्यों दोनों के समर्थन के साथ ममता के नेतृत्व में एकजुट है.अभिषेक बनर्जी ने कार्य क्षमता पर उम्र के बढ़ते प्रभाव को स्वीकार करते हुए कहा कि उम्र के साथ उत्पादकता कम हो जाती है, लेकिन ममता बनर्जी की ओर से जो जिम्मेदारी सौंपी जाती है, वह 2024 के चुनावों के मद्देनजर है. कई लोग कह रहे हैं कि पुराने और नए नेताओं के बीच लड़ाई है. अगर वह मुझे 2024 के लिए कोई जिम्मेदारी देंगी तो मैं उसे लूंगा. वह वर्तमान में पार्टी का बेहतर तरीके से नेतृत्व कर रही है.
अभिषेक बनर्जी ने दक्षिण 24 परगना के डायमंड हार्बर में अपने लोकसभा क्षेत्र में बोलते हुए कहा कि मैंने कहा था कि जब हमारी उम्र बढ़ती है तो हमारी काम करने की क्षमता कम हो जाती है. जब मैं 36 साल का था तो मैंने नबाजोवर आंदोलन का आयोजन किया था और दो महीने तक सड़क पर रहा था. क्या मैं 70 साल का होने पर भी ऐसा कर पाऊंगा? मैं नहीं करूंगा. यह सच है. एक बार जब लोग एक निश्चित उम्र तक पहुंच जाते हैं, तो उनकी उत्पादकता कम हो जाती है. आप जो 30 साल की उम्र में कर सकते थे, वह आप 56 साल की उम्र में नहीं कर सकते. CM ममता बनर्जी के साथ सभी वरिष्ठ और कनिष्ठ नेता मजबूती से खड़े हैं.
टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस में अंदरूनी कलह के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि तृणमूल ममता बनर्जी के नेतृत्व में एकजुट है. कई लोग कहते हैं कि तृणमूल में पुराने नेताओं और नए जमाने के नेताओं के बीच अंदरूनी कलह है. मैं कहता हूं कि तृणमूल ममता बनर्जी के नेतृत्व में एकजुट है. अंदरूनी कलह के लिए कोई जगह नहीं है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पार्टी को बेहद अच्छे से चला रही हैं और वह हमेशा उनका समर्थन करेंगे. पार्टी ने मुझे जो भी जिम्मेदारी दी है, मैंने उसे पूरी ऊर्जा से निभाया है. मैं अपने पूरे संगठनात्मक कौशल और क्षमताओं के साथ ममता बनर्जी के साथ खड़ा रहूंगा. इसमें कोई भ्रम नहीं है. एक वफादार सैनिक की तरह वह अपने अंतिम सांस तक उन जिम्मेदारियों को निभाते रहेंगे. ममता बनर्जी को उनके पुराने साथियों के साथ-साथ पार्टी में शामिल हुए नए सदस्यों का भी समर्थन प्राप्त है.