Hyderabad News: हाल फिलहाल में ऐसी कई घटनाएं प्रकाश में आई हैं जहां होटल के खाने में कहीं चूहा निकला, कहीं छिपकली तो कहीं कॉकरोच. इस तरह के बढ़ते मामले भारत में खाने की सुरक्षा और उसके हाईजीन पर कई तरह के प्रश्न-चिह्न खड़े कर रहे हैं. हैदराबाद से ऐसा ही एक और नया मामला सामने आया है, शुक्रवार को पीरजादीगुडा के वारंगल हाईवे के श्री राघवेंद्र होटल में खाना खाने गए एक दंपति के खाने में काले रंग का कीड़ा निकला.
उगंलियों में हुई चुभन, देखा तो कीड़ा निकला
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. लोगों में इस घटना को देखकर गुस्सा देखने को मिल रहा है. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक पुलिसकर्मी रेस्त्रां के खाने में मिले कीड़े की फोटो ले रहा है. इसी बीच खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने खाने की शुद्धता और सेफ्टी की जांच को लेकर पूरे शहर में अभियान शुरू कर दिया है. पिछले तीन दिनों में 28 प्राइवेट और सरकारी हॉस्टलों में खाने की जांच की गई है.
गोल्डन पीयर्स में मिले एक्सपायरी दूध के पैकेट
बुधवार को एक मल्टी-क्वीजीन रेस्टोरेंट गोल्डन पीयर्स में छापेमारी के दौरान अधिकारियों को एक्सपायरी दूध के पैकेट मिले साथ ही कर्मचारियों ने अपने सिर पर टोपी और एपरंस भी नहीं पहन रखे थे. एक अन्य छापेमारी में आरामगढ़ के दार अल मंडी में कूढ़े के लिए कोई डस्टबीन नहीं मिला, साथ ही डिलीवरी ऐप्स पर ऑर्डर लेने के लिए एक्सपायर्ड लाइसेंस का इस्तेमाल किया जा रहा था.
खाने में कीड़ा मिलने से होटल सील
उधर अहमदाबाद नगर निगम ने एक मीटिंग के दौरान सूप में कीड़ा मिलने पर जजिस बंगलो रोड पर एक होटल को सील कर दिया. इसके अलावा होलट प्राइड में गंदगी पाई गई और कीट नियंत्रण प्रमाणपत्र भी नहीं मिला.
पेड़ों की पत्तियां नहीं खा पा रहे कीड़े-मकोड़े
चाइनीज अकेडमी ऑफ साइंसेज के शोधकर्ताओं ने अपने शोध में पाया कि बीजिंग में स्ट्रीट लाइट्स ने पेड़ों की पत्तियों को कीड़े-मकोड़े के खाने के लिए कठिन और कम खाने योग्य बना दिया है. कृत्रिम लाइट के संपर्क में आने वाले पेड़ों की पत्तियां कम क्षतिग्रस्त पाई गईं. इस शोध ने सुझाव दिया कि यह स्थिति खाद्य श्रृंखलाओं को प्रभावित करके शहरी ईकोसिस्टम को प्रभावित कर सकती है.