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India Daily

एक कॉल में लुटी कमाई! इंश्योरेंस के नाम कर धोखे से रिटायर्ड महिला प्रोफेसर से 96 लाख ठगे, आप तो नहीं कर रहे ये गलती

इंदौर की एक रिटायर्ड टीचर ने साइबर धोखाधड़ी में 96 लाख रुपये गंवा दिए, जिसमें धोखेबाजों ने खुद को एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस का अधिकारी बताया. यह घोटाला दो साल तक चला, जिसमें धोखेबाजों ने झूठे पॉलिसी दावों के तहत उन्हें कई भुगतानों में फंसाया.

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Edited By: Mayank Tiwari
एआई का उपयोग करके बनाई गई प्रतिनिधि छवि
Courtesy: Representative image created using AI

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक और साइबर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें एक रिटायर्ड शिक्षक से ठगों ने 96 लाख रुपये की ठगी की. ठगों ने खुद को एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के अधिकारी के रूप में पेश कर यह धोखाधड़ी दो सालों में अंजाम दी. इस धोखाधड़ी के तहत ठगों ने पीड़ित को पॉलिसी संबंधित प्रक्रिया और भविष्य में मिलने वाले लाभ के नाम पर पैसे जमा करने के लिए मजबूर किया.

टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित महिला, जो कि एक रिटायर्ड शिक्षक हैं. उसका एसबीआई बैंक में खाता था और उन्होंने पहले ही एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस से दो वैध पॉलिसी खरीदी थी. साल 2023 में, उन्हें एक अजनबी व्यक्ति का फोन आया, जिसने खुद को राजीव शर्मा बताया और कहा कि वह एसबीआई से है और उनकी पॉलिसियों में मदद करना चाहता है.

जानिए क्या है पूरा मामला?

ठगों ने उन्हें बताया कि वे पॉलिसी पर "सर्डर अमाउंट" के लिए पात्र हैं. इस लाभ को प्राप्त करने के लिए उन्हें एक प्रीमियम का भुगतान करना होगा. पीड़ित महिला ने कॉलर को वास्तविक मानते हुए और यह सोचते हुए कि वह पॉलिसी के बारे में जानता है, पहले 1 लाख रुपये की राशि ट्रांसफर की. इसके बाद, ठगों ने उन्हें पॉलिसी संबंधित प्रक्रियाओं, टैक्स और भविष्य के लाभ के नाम पर पैसे भेजने के लिए लगातार मनाया. महिला ने कुल 34 ऑनलाइन लेन-देन किए, जिसमें लगभग 96 लाख रुपये का भुगतान किया.

कैसे पकड़ी गई धोखाधड़ी!

जनवरी 2025 में जब ठगों ने अचानक संपर्क करना बंद कर दिया, तो महिला को एहसास हुआ कि वह धोखाधड़ी का शिकार हो गई हैं. इसके बाद उन्होंने इंदौर क्राइम ब्रांच से संपर्क किया और नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन (1930) में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की और ठगों के खिलाफ कार्रवाई की.

कैसे रहें सुरक्षित

यह घटना यह साबित करती है कि ठग बड़े संगठनों के नाम का फायदा उठाकर लोगों को ठगने का प्रयास करते हैं. ऐसे धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ सुरक्षा उपायों का पालन करना जरूरी है.

  • यदि आपको कोई कॉल करता है और वह बैंक अधिकारी होने का दावा करता है, तो उसकी पहचान की पुष्टि अवश्य करें. आधिकारिक वेबसाइट या दस्तावेजों से सीधे कंपनी से संपर्क करें.
  • अनचाही कॉल्स या संदेशों से बचें, जो आपको वित्तीय लाभ देने का दावा करते हैं, खासकर जब वे अग्रिम भुगतान या व्यक्तिगत जानकारी की मांग करते हैं.
  • कभी भी अपनी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी, जैसे बैंक खाता विवरण, OTPs या पासवर्ड, अजनबियों से या अविश्वसनीय प्लेटफॉर्म्स पर साझा न करें.
  • यदि आपको पॉलिसी लाभ या सर्डर अमाउंट के बारे में जानकारी मिलती है, तो पॉलिसी प्रदाता से सीधे संपर्क कर इसे सत्यापित करें.