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Indians killed In US: अमेरिका में सड़क हादसे में 4 भारतीयों की जिंदा जलकर मौत, SUV को पीछे से तेज रफ्तार ने मारी थी टक्कर

Indians killed In US: अमेरिका के टेक्सास में हुए भयानक सड़क हादसे में चार भारतीयों की जिंदा जलकर मौत हो गई. चारों भारतीय एक कार में सवार थे, जिसे एक तेज रफ्तार ट्रक ने पीछे से टक्कर मारी थी. हादसे के बाद कार में आग लग गई, जिसमें चारों भारतीयों की जिंदा जलकर मौत हो गई. मृतकों में तीन हैदराबाद के रहने वाले बताए जा रहे हैं.

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Edited By: India Daily Live
US Texas Accident
Courtesy: X Post

Indians killed In US: अमेरिका में एक भीषण सड़क दुर्घटना में चार भारतीयों की मौत हो गई. चारों मृतकों में से तीन हैदराबाद के रहने वाले थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, चारों भारतीय जिस कार में सवार थे, उसे एक तेज रफ्तार ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी. ट्रक के टक्कर के बाद कार पलट गई और उसमें आग लग गई. 

मृतकों की पहचान हैदराबाद के ओरापति आर्यन रघुनाथ, फारूक शेख, पलाचार्ला लोकेश और तमिलनाडु की दर्शिनी वासुदेवन के रूप में की गई है. अधिकारियों के मुताबिक, ये चारों बेंटनविले इलाके में जाने के लिए एक ही वाहन में सवार हुए. ऐसा लगता है कि जिस कार में वे यात्रा कर रहे थे उसमें आग लग गई और वे बाहर नहीं निकल सके.

अर्कांसस से बेंटनविले जा रहे थे चारों भारतीय

चारों भारतीय एक कारपूलिंग ऐप के ज़रिए जुड़े थे और शुक्रवार को जब यह हादसा हुआ, तब वे अर्कांसस के बेंटनविले जा रहे थे. ओरमपति और उनके दोस्त शेख डलास में अपने चचेरे भाई से मिलने के बाद लौट रहे थे. लोकेश पलाचारला अपनी पत्नी से मिलने के लिए बेंटनविले जा रहे थे, जबकि वासुदेवन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास से मास्टर डिग्री ग्रेजुएट दर्शिनी बेंटनविले में अपने चाचा से मिलने जा रही थीं.

ओरमपति के पिता सुभाष चंद्र रेड्डी हैदराबाद स्थित मैक्स एग्री जेनेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड नाम के फर्म के मालिक हैं. आर्यन ने कोयंबटूर के अमृता विश्व विद्यापीठम से इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की. उसके माता-पिता मई में टेक्सास यूनिवर्सिटी में उसके दीक्षांत समारोह के लिए अमेरिका में थे. दीक्षांत समारोह के बाद, उन्होंने उसे भारत लौटने के लिए कहा, लेकिन उसने कहा कि वह दो और साल अमेरिका में काम करना चाहता है.

तीन साल पहले फारूख खेश गया था अमेरिका

ओरमपति का दोस्त फारूख शेख भी हैदराबाद से था और बेंटनविले में रहता था. तमिलनाडु की दर्शिनी टेक्सास के फ्रिस्को में रहती थी. फारूक शेख के पिता मस्तान वली ने बताया कि वे तीन साल पहले अमेरिका गए थे. वे अपनी एमएस की डिग्री पूरी करने के लिए अमेरिका गए थे. मस्तान वली एक रिटायर्ड प्राइवेट कर्मचारी हैं और उनका परिवार बीएचईएल हैदराबाद में रहता है. उन्होंने बताया कि उनकी एक बेटी भी अमेरिका में रहती है और स्थिति को संभाल रही है.

रिपोर्ट के अनुसार, इस दुखद दुर्घटना में चार अन्य गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुईं हैं. एक स्थानीय अधिकारी ने कहा कि शवों की पहचान के लिए डीएनए फिंगरप्रिंटिंग की जाएगी और नमूनों का मिलान माता-पिता से किया जाएगा. अमेरिका में लंबे वीकेंड के कारण पहचान प्रक्रिया में देरी हुई है, जिससे पीड़ित परिवारों की पीड़ा और बढ़ गई. दर्शिनी वासुदेवन के माता-पिता ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मदद की अपील की है.