कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को दिल्ली में आयोजित सामाजिक न्याय सम्मेलन में पहुंचे. यहां उन्होंने जातिगत जनगणना, दलितों-आदिवासियों के हक और युवाओं का खूब जिक्र किया. राहुल गांधी ने एक बार फिर दोहराया कि उनकी सरकार बनी तो जातिगत जनगणना जरूर करवाई जाएगी और इसे कोई शक्ति रोक नहीं पाएगी. इसी कार्यक्रम में राहुल गांधी ने यह भी कहा कि हिंदुस्तान के युवा हर दिन सात-आठ घंटे इंस्टाग्राम पर रील्स देखते हैं. उन्होंने युवाओं को नसीहत देते हुए कहा कि रील्स देखने से भागीदारी तय नहीं होती है.
राहुल गांधी ने कहा, '90 प्रतिशत देश पिछड़ों-दलितों का है. हमारी सरकार आएगी तो पहला काम जातिगत जनगणना होगी. आपको देश के इन 90 प्रतिशत लोगों को बताना है कि उनकी भागीदारी नहीं है. वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम पर रील देखकर भागीदारी नहीं बनती. हिंदुस्तान का युवा सात-आठ घंटा इंस्टाग्राम की रील देख रहा है. मैंने सर्वे करवाया है, हरियाणा में मैंने लोग भेजे. मतलब बीजेपी का काम दलित, ओबीसी और आदिवासी वर्ग का ध्यान भटकाने का है. कभी पाकिस्तान, कभी चाइना, कभी बॉलीवुड भेज देते हैं.'
#WATCH | Speaking on the Caste census at the Social justice conclave in Delhi, Congress leader Rahul Gandhi says, "...After 70 years, it is an important step, we should assess what is the situation now and what direction we need to take. We will implement this." pic.twitter.com/UVZo4PFNDW
— ANI (@ANI) April 24, 2024
'आदिवासी राष्ट्रपति को परे कर दिया'
उन्होंने संसद के उद्घाटन और राम मंदिर का जिक्र करते हुए कहा, 'संसद बना दी, बड़ी पूजा हुई और मोदी जी उसमें बैठे लेकिन उसमें हेड ऑफ स्टेट को ही नहीं बुलाया. देश की राष्ट्रपति आदिवासी हैं उनको ही परे कर दिया. राम मंदिर में भी यही हुआ. वहां आपके लोग नहीं थे. मैं तो कहता हूं कि अगर आप बड़े कारोबारियों का कर्ज माफ कर रहे हो तो किसानों और गरीबों का क्यों नहीं कर देते?'
इसी कार्यक्रम में कांग्रेस के मैनिफेस्टो की तारीफ करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'आपने कांग्रेस का मैनिफेस्टो देखा होगा. आपको अच्छा लगा? आपने देखा होगा कि प्रधानमंत्री पैनिक कर गए हैं, बिल्कुल हिल गए हैं, घबरा गए हैं. क्रांतिकारी मैनिफेस्टो है.'