India-France Rafale Deal: भारत ने फ्रांस से 26 राफेल मरीन लड़ाकू विमानों की खरीद को लेकर बड़ा कदम उठाया है. बुधवार को रक्षा सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) ने इस सौदे को हरी झंडी दे दी है. इस डील की कीमत करीब 63,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है और आने वाले कुछ हफ्तों में इसे आधिकारिक रूप से अंतिम रूप देने की उम्मीद है.
22 सिंगल-सीटर और 4 ट्विन-सीटर जेट होंगे शामिल
बता दें कि इस सौदे के तहत भारतीय नौसेना को 22 सिंगल-सीटर और 4 ट्विन-सीटर राफेल मरीन जेट मिलेंगे. इसके साथ ही लॉजिस्टिक्स सपोर्ट, मेंटेनेंस, नौसैनिकों की ट्रेनिंग और स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए ऑफसेट एग्रीमेंट भी शामिल है.
India clears mega deal to buy 26 Rafale Marine fighter aircraft from France. The government-to-government deal worth over Rs 63,000 crore will be signed soon. Indian Navy will get 22 single-seater and four twin-seater aircraft as part of the deal: Government Sources pic.twitter.com/g3Ef3snrbn
— ANI (@ANI) April 9, 2025
आईएनएस विक्रांत और विक्रमादित्य पर होगी तैनाती
वहीं राफेल मरीन जेट को विशेष तौर पर एयरक्राफ्ट कैरियर ऑपरेशनों के लिए डिजाइन किया गया है. ये आधुनिक एवियोनिक्स, हथियार प्रणालियों और दमदार एयरफ्रेम से लैस होंगे. इन जेट्स को INS Vikrant और INS Vikramaditya पर तैनात किया जाएगा, जहां ये पुराने हो चुके मिग-29K की जगह लेंगे.
पहली डिलीवरी 2029 तक, पूरा बेड़ा 2031 तक होगा शामिल
रक्षा सूत्रों के मुताबिक, राफेल मरीन की डिलीवरी अगले चार सालों में शुरू होगी. पहला बैच 2029 के आखिर तक भारत पहुंच सकता है और 2031 तक सभी जेट्स नौसेना के बेड़े में शामिल हो जाएंगे.
STOBAR तकनीक के लिए खास डिजाइन
इसके अलावा, राफेल मरीन में शॉर्ट टेक-ऑफ बट अरेस्टेड रिकवरी (STOBAR) जैसी तकनीक के लिए मजबूत लैंडिंग गियर और अरेस्टर हुक्स लगे हैं, जिससे ये भारतीय नौसेना के कैरियर पर आसानी से टेक-ऑफ और लैंडिंग कर सकेंगे.