बांग्लादेश संकट और चीन से कैसे निपटेगा भारत? नौसेना की बैठक में निकलेगा हल

Indian Navy Meeting: भारतीय नौसेना के शीर्ष अधिकारी कमांडर स्तर की वार्ता के लिए इकट्ठे हो रहे हैं. इस दौरान बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन और वहां चरमपंथी समूहों का बढ़ता प्रभाव से उपजी सुरक्षा चिंताओं पर बैठक में चर्चा होने की उम्मीद है. इसके अलावा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा भी की जाएगी.

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Indian Navy Meeting: बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन और चीनी आक्रामकता के कारण हिंद महासागर क्षेत्र में अस्थरिता बढ़ गई है. इस अस्थिरता के कारण देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के सामने भी गंभीर संकट पैदा हो गया है. इस बीच भारतीय नौसेना के शीर्ष कमांडर क्षेत्र में बढ़ती अस्थिरता के बीच मंगलवार से देश और उसके आसपास सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक करेंगे.

रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन और वहां चरमपंथी कट्टरपंथी समूहों का बढ़ता प्रभाव उभरती सुरक्षा चिंताओं में से एक है. नेवी के शीर्ष अधिकारियों की बैठक में इस पर चर्चा होने की उम्मीद है. बैठक का एक अहम बिंदु पाकिस्तान को बढ़ती चीनी गतिविधियाँ और सैन्य सहायता भी होगी. 

चार दिनों तक चलेगी बैठक

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार रक्षा अधिकारियों ने बताया कि यह बैठक 17 सितंबर से चार दिनों तक दिल्ली में नए नौसेना मुख्यालय में आयोजित की जाएगी. इस साल अप्रैल में एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी के नौसेना प्रमुख का पदभार संभालने के बाद यह पहला सम्मेलन होगा. 

यह घोषणा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा लखनऊ में संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन में रक्षा बलों से अप्रत्याशित स्थिति के लिए तैयार रहने के आह्वान के बाद की गई है. इस बैठक में नए थियेटर कमांड के गठन पर भी चर्चा की जाएगी. एडमिरल ने सभी कमांडरों को हर समय उच्च परिचालन तैयारी बनाए रखने का निर्देश भी दिया है. 

अभियानों की भी होगी समीक्षा

नौसेना अदन की खाड़ी में अपने अभियानों की भी समीक्षा करेगी. यहां इस वर्ष के प्रारंभ में समुद्री डाकुओं और ड्रोन हमलों के खिलाफ उसे काफी सफलता मिली थी. नौसेना साल में दो बार कमांडर स्तर का सम्मेलन आयोजित करता है. यहां सभी अधिकारी अपने इनपुट और प्रजेंटेंशन देते हैं.