नई दिल्लीः भारतीय नौसेना ने 19 पाकिस्तानी चालक दल के बचाव अभियान का एक वीडियो शेयर किया है. इन पाकिस्तानियों को सोमालिया के पूर्वी तट से अपहरण के बाद सोमाली समुद्री डाकुओं ने बंधक बना लिया था. सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में कथित तौर पर पाकिस्तानी दल को सोमाली समुद्री डाकुओं से बचाने के बाद भारतीय नौसेना कर्मियों को अलविदा कहते हुए सुना जा सकता है. भारतीय नौसेना के एक अधिकारी ने उन्हें जाने समय कहा कि बाय बाय, आराम से जाना.
जानकारी के मुताबिक, आईएनएस सुमित्रा को भारतीय नौसेना द्वारा एक ईरानी ध्वज वाले जहाज अल नईमी का पता लगाने और उसे रोकने के लिए भेजा गया था. इस विमान को समुद्री डाकुओं और उसके चालक दल ने अपहरण के बाद बंधक बना लिया था. भारतीय नौसेना की ओर से ट्वीट किए गए वीडियो में पाकिस्तानी चालक दल के सदस्य ने बताया कि सोमाली समुद्री डाकुओं ने उनके जहाज का अपहरण कर लिया और उन्हें बंधक बना लिया. उन्होंने कहा कि सोमाली समुद्री डाकू उस समय डर गए, जब उन्होंने भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा को आते हुए देखा. इसके बाद उन्होंने सरेंडर कर दिया.
Watch till the end! Terrific video of the @IndianNavy’s rescue of 19 Pakistani men in their fishing boat after it was taken over by Somalian pirates this week. pic.twitter.com/6XJD3C6mmp
— Shiv Aroor (@ShivAroor) January 31, 2024
पाकिस्तानी दल ने सशस्त्र सोमाली समुद्री डाकुओं से उन्हें बचाने के लिए भारतीय कर्मियों को धन्यवाद दिया. भारतीय नौसेना की सराहना की. पाकिस्तानियों में से एक ने कहा कि धन्यवाद... आपने हमारी जान बचाई. नौसेना के एक प्रवक्ता ने एक्स पर लिखा कि भारतीय नौसेना पीएमओ भारत के सागर दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में समुद्री सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. आईओआर में तैनात भारतीय नौसेना के युद्धपोत मिशन सभी समुद्री खतरों के खिलाफ सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं.
नौसेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि उभरती स्थिति पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए आईएनएस सुमित्रा ने अपने अभिन्न हेलो और नौकाओं की प्रभावी तैनाती से सोमवार को अल नईमी को रोक दिया. उन्होंने कहा कि कार्रवाई से चालक दल और उसके जहाज की सुरक्षित रिहाई कराई गई है. हालिया घटना लाल सागर और अरब सागर के क्षेत्रों समेत अन्य क्षेत्रों में व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाने वाले ड्रोन और समुद्री डाकू हमलों के चल रहे क्रम का हिस्सा है.