नई दिल्ली. चंद्रयान-3 की सफलता के बाद इसरो एक एक और नया कीर्तिमान स्थापित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. भारत का पहला सूर्य मिशन आदित्य एल-1 को 11 बजकर 50 मिनट पर श्रीहरिकोटा से लॉन्च कर दिया है. इस मिशन का उद्देश्य सूर्य की गतिविधियों का अध्ययन करना है. पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय करके आदित्य एल1को लैग्रेंजियन बिंदु 1 पर स्थापित होगा. सूरज और पृथ्वी के बीच की दूरी लगभग 15 करोड़ किलोमीटर है. नासा ने अनुसार सूर्य 4.5 अरब साल पुराना है.
आसमान को चीर सूरज की ओर बढ़ा ‘भारत का आदित्य’
भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और उपलब्धि हासिल कर ली है. इसरो ने आज 11 बजकर 50 मिनट पर भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल 1 को लॉन्च करके इतिहास रच दिया है. आदित्य एल1 की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग से देश की जनता गौरवान्वित महसूस कर रही है.
After historic moon landing, ISRO’s maiden solar mission, Aditya- L1, launched successfully from Sriharikota
— ANI Digital (@ani_digital) September 2, 2023
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‘बहुत कम देशों ने सूर्य मिशन भेजा है’
आदित्य-एल1 सोलर मिशन पर उस्मानिया यूनिवर्सिटी में खगोल विज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर रुक्मिणी जागीरदार ने कह- “इससे पता चलेगा कि इसरो कितनी दूर तक जा सकता है और अपनी क्षमता साबित कर सकता है... यह पहली बार है जब भारत कोई सैटेलाइट भेजने जा रहा है अंतरिक्ष में सूर्य की निगरानी करने के लिए। अमेरिका, यूरोप, जापान के कई उपग्रहों के बाद, बहुत कम देशों ने सूर्य मिशन भेजा है. भारत एक मील का पत्थर बनाने जा रहा है. अभी सूर्य का अवलोकन करने वाले उपग्रहों का जीवनकाल समाप्त होने वाला है. इसरो अगले स्तर का डेटा उपलब्ध कराने जा रहा है जिसकी दुनिया उम्मीद कर रही है...”
#WATCH | Hyderabad, Telangana | On Aditya-L1 Solar Mission, Assistant Professor in the Department of Astronomy at Osmania University, Rukmini Jagirdar says, "This will show how far ISRO can go and prove its capability... This is the first time India is going to send a satellite… pic.twitter.com/QNQ6rS8ZLv
— ANI (@ANI) September 2, 2023
लॉन्चिंग देखने के लिए पहुंचे लोग
इसरो के सूर्य मिशन आदित्य एल-1 के प्रक्षेपण को देखने के लिए सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) शार, श्रीहरिकोटा में बड़ी संख्या में लोग मौजूद हैं.
#WATCH | People in large numbers at Satish Dhawan Space Centre (SDSC) SHAR, Sriharikota to witness launch of ISRO's solar mission Aditya L-1 pic.twitter.com/kzyuo8YtXN
— ANI (@ANI) September 2, 2023
लॉन्च के लिए पूरी तरह से तैयार आदित्य एल1
भारत का पहला सूर्य मिशन Aditya L1, सुबह 11:50 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च होने के लिए पूरी तरह तैयार है.
#WATCH | India's first solar mission, #AdityaL1 is all set to be launched from Satish Dhawan Space Centre in Sriharikota, at 11:50 am. pic.twitter.com/k12Doj0wCR
— ANI (@ANI) September 2, 2023
क्या बोले इसरो के पूर्व चेयरमैन माधवन नायर
आदित्य एल1 को लेकर इसरो के पूर्व अध्यक्ष जी. माधवन नायर ने कहा- "यह मिशन बहुत महत्वपूर्ण है. आदित्य एल-1 को लैग्रेंजियन पॉइंट 1 के आसपास रखा जाएगा, जहां पृथ्वी और सूर्य का गुरुत्वाकर्षण बल लगभग रद्द हो जाता है और न्यूनतम ईंधन के साथ, हम वहां अंतरिक्ष यान बनाए रख सकते हैं. इसके अलावा, 24/7 अवलोकन संभव है. इसमें सात उपकरण लगाए गए हैं. इस मिशन के डाटा से वायुमंडल में होने वाली विभिन्न घटनाओं, जलवायु परिवर्तन अध्ययन आदि को समझाने में मदद मिलेगी..."
#WATCH | Former ISRO Chairman G. Madhavan Nair on Aditya L-1 mission to study the Sun
— ANI (@ANI) September 2, 2023
"This mission is very important. Aditya L-1 will be placed around Lagrangian Point 1, where the gravitational force of Earth and the Sun virtually cancels and with minimum fuel, we can maintain… pic.twitter.com/6oKgwlGnOG
शुरू हुई उल्टी गिनती
इसरो के सूर्य मिशन आदित्य एल1 को लॉन्च करने का काउंटडाउन शुरू हो गया है. कुछ ही मिनटों में यह आसमान को चीरता हुआ सूरज की ओर निकल जाएगा.
लॉन्चिंग देखने पहुंचे बच्चे
आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग देखने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) शार, श्रीहरिकोटा में स्कूल के बच्चे भी पहुंचे हैं. लॉन्चिंग का लाइव अपडेट आप इसरो की वेबसाइट पर भी देख सकते हैं.
'ये नई पीढ़ी का मिशन'
#WATCH | "The last mission that went to L1 point was five years before Aditya L1. This would be the first mission of the new generation. The mission will observe the Sun simultaneously in optical, UV and X-ray," says Mayank N. Vahia, Retired professor from Tata Institute of… pic.twitter.com/yacl9RQhJF
— ANI (@ANI) September 2, 2023
जिस बिंदु पर आदित्य एल-1 को स्थापित किया जाएगा वहां पांच साल पहले कोई मिशन गया था. ये नई पीढ़ी का मिशन है. इसरो के आदित्य एल1 लॉन्च पर टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के सेवानिवृत्त प्रोफेसर मयंक एन वाहिया ने कहा- ''यह मिशन ऑप्टिकल, यूवी और एक्स-रे में एक साथ सूर्य का निरीक्षण करेगा."