'पाकिस्तान भारतीय क्षेत्र करे खाली', विदेश मंत्रालय की दो टूक, PM मोदी के पॉडकास्ट के बाद जम्मू-कश्मीर पर की थी नापाक टिप्पणी
यह बयान भारत की दृढ़ नीति और पाकिस्तान की आतंकवाद को बढ़ावा देने की गतिविधियों के खिलाफ कड़ा विरोध है. भारत का यह संदेश साफ है कि शांति की स्थापना के लिए पाकिस्तान को अपनी गलत नीतियों को बदलना होगा.
पाकिस्तान की जम्मू कश्मीर को लेकर की जाने वाली बयानबाजी अक्सर विवादों में घिरी रहती है. ऐसे में इस बार भी पाकिस्तान ने अपनी पुरानी आदतों को बनाए रखते हुए भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के बारे में कुछ टिप्पणियां की हैं. इसको लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश पर पाकिस्तान की बार-बार की गई टिप्पणियों की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि असली मुद्दा इस्लामाबाद द्वारा सीमा पार आतंकवाद को लगातार समर्थन देना है.
भारत ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ पॉडकास्ट के दौरान की गई हालिया टिप्पणियों को दृढ़ता से खारिज कर दिया कि इस्लामाबाद के साथ शांति को बढ़ावा देने के हर प्रयास का जवाब शत्रुता और विश्वासघात के साथ मिला है. नई दिल्ली की प्रतिक्रिया पाकिस्तान द्वारा पॉडकास्ट में पीएम मोदी की टिप्पणियों को "भ्रामक और एकतरफा" कहे जाने के एक दिन बाद आई है.
जानिए विदेश मंत्रालय ने क्या बोला?
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमने पाया है कि पाकिस्तान ने एक बार फिर भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के बारे में कुछ टिप्पणियां की हैं. उन्होंने कहा,'' दुनिया जानती है कि असली मुद्दा पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को सक्रिय रूप से बढ़ावा देना और प्रायोजित करना है. वास्तव में यह क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी बाधा है. ऐसे में झूठ फैलाने के बजाय, पाकिस्तान को अपने अवैध और जबरन कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली कर देना चाहिए.
जम्मू-कश्मीर देश का अभिन्न अंग
दरअसल, भारत ने लगातार कहा है कि जम्मू-कश्मीर देश का अभिन्न अंग है और इस मामले में किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को खारिज किया है. नई दिल्ली ने पाकिस्तान पर क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी समूहों को समर्थन देने का भी आरोप लगाया है, जिसे वह स्थायी शांति के लिए प्राथमिक बाधा मानता है.