India China Border Dispute: भारत-चीन सीमा विवाद को कैसे सुलझाएगी सरकार? पीएम मोदी ने दिया जवाब

India China Border Dispute: भारत-चीन बॉर्डर पर जारी सीमा विवाद को आखिर मोदी सरकार कैसे सुलझाएगी? ये सवाल विपक्षी दल के नेता भी लगातार पूछते रहे हैं. पीएम मोदी ने अमेरिका की न्यूजवीक मैग्जीन को दिए एक इंटरव्यू में इसका जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि स्थिर भारत-चीन संबंध पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है और सीमा स्थिति पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है. पीएम मोदी ने और क्या कहा? आइए, जानते हैं.

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India China Border Dispute: भारत और चीन की सीमा पर दोनों देशों के सेनाओं के बीच लगातार चल रही तनातनी को आखिर मोदी सरकार कैसे सुलझाएगी? इस सवाल का जवाब खुद प्रधानमंत्री ने दिया है. अमेरिकी मैग्जीन को दिए गए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि द्विपक्षीय बातचीत के जरिए भारत-चीन सीमा स्थिति पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि दोनों देश एक महत्वपूर्ण संबंध शेयर करते हैं.न्यूजवीक को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-चीन के स्थिर रिश्ते पूरी दुनिया के लिए अहम हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के लिए, चीन के साथ संबंध महत्वपूर्ण हैं. मेरा मानना ​​है कि हमें अपनी सीमाओं पर लंबे समय से चली आ रही स्थिति को तत्काल संबोधित करने की आवश्यकता है. उन्होंने ये भी उम्मीद जताई कि दोनों पड़ोसी चीन सकारात्मक बातचीत के माध्यम से अपनी सीमाओं पर शांति बहाल करने में सक्षम होगा. 

मोदी ने बातचीत के जरिए जताया ये भरोसा

पीएम मोदी ने न्यूयार्क स्थित मैग्जीन से बात करते हुए का कि भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न केवल हमारे दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं. मुझे आशा और विश्वास है कि राजनयिक और सैन्य स्तरों पर सकारात्मक और रचनात्मक द्विपक्षीय जुड़ाव के माध्यम से, हम इसे (स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध) बहाल करने और बनाए रखने में सक्षम होंगे.

लद्दाख में अत्यधिक ऊंचाई वाली गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के बीच झड़प के बाद 2020 में भारत-चीन संबंध तेजी से बिगड़ गए थे. झड़पों में कम से कम 20 भारतीय सैनिक मारे गए, जबकि चीन ने अनगिनत सैनिक हताहत हुए. इसके बाद दोनों देशों के टॉप लेवल के राजनयिक और सेना के अधिकारियों के बीच बातचीत हुई है.

पाकिस्तान के संबंधों पर भी पीएम मोदी ने दिए जवाब 

पीएम मोदी ने भारत-पाकिस्तान संबंधों पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि मैंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को पदभार संभालने पर बधाई दी है. भारत ने हमेशा आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल में हमारे क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और समृद्धि को आगे बढ़ाने की वकालत की है. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कैद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने पड़ोसी देश के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

इसके अलावा, पीएम मोदी ने राम मंदिर पर भी अपनी राय दी. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम का नाम भारत की राष्ट्रीय चेतना पर अंकित है. उन्होंने कहा कि भगवान राम के जीवन ने देश की 'सभ्यता' में विचारों और मूल्यों की रूपरेखा और दिशा तय की है. पीएम मोदी ने ये भी कहा कि अब भारत की प्रगति को रोका नहीं जा सकता. भारत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और मजबूत होती राजनयिक, वैज्ञानिक तथा सैन्य ताकत है.