इजरायल ने मंगलवार (18 मार्च) की सुबह गाजा पट्टी में एक बार फिर तबाही मचाई. जहां इजरायल की तरफ से हमास के ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयर स्ट्राइक की गई. वहीं, इस हादसे में कम से कम 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. इस बीच भारत ने बुधवार (19 मार्च) को एक बयान जारी कर गाजा में सभी बंधकों को रिहा करने का आग्रह किया है. मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गाजा के लोगों को मानवीय सहायता जारी रखने की वकालत की.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट लिखा. उन्होंने कहा, "हम गाजा की स्थिति को लेकर चिंतित हैं. ऐसे में यह जरूरी है कि सभी बंधकों को रिहा किया जाए. इसके साथ ही हम गाजा के लोगों को निरंतर मानवीय सहायता की आपूर्ति सुनिश्चित करने की भी अपील करते हैं.
Our statement on the situation in Gaza⬇️
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) March 19, 2025
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भारत का मानवीय दृष्टिकोण
भारत ने हमेशा वैश्विक मानवीय संकटों पर अपनी चिंता जताई है. ऐसे में इस बार भी गाजा में संकटग्रस्त लोगों के लिए मदद की आवश्यकता पर जोर दिया. भारत ने यह स्पष्ट किया कि संकट के इस दौर में बंधकों की रिहाई और मानवीय सहायता का वितरण दोनों ही बेहद महत्वपूर्ण हैं.
इजरायली हमले में 400 से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए
बता दें कि, बीते मंगलवार (18 मार्च) की तड़के सुबह इजरायली एयर फोर्स का कहना है कि वह गाजा में बड़ी सैन्य कार्रवाई कर रही है. वहीं, हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस हमले में 400 से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए हैं. इस बीच इजरायली सुरक्षा बलों ने बताया कि वो हमास के आतंकी ठिकानों को टारगेट कर रहे हैं.
इस हमले में हमास के सीनियर सुरक्षा पदाधिकारी महमूद अबू वफाह की मौत हो गई है. बता दें कि, 19 जनवरी को युद्ध विराम लगने के बाद से गाजा में यह सबसे बड़ा हवाई हमला है. क्योंकि, इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम को आगे बढ़ाने के लिए बातचीत किसी समझौते पर पहुंचने में नाकाम रही है.