menu-icon
India Daily

Manmohan Singh Resume: वीर दास ने लोगों से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बायोडाटा पढ़ने का क्यों किया आग्रह

वीर दास ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक में डाल दिया है. कॉमेडियन ने अपना रिएक्शन देते हुए लोगों से आग्रह किया कि वे मनमोहन सिंह का बायोडाटा ऑनलाइन खोजें और पढ़ें.

auth-image
Edited By: Babli Rautela
Manmohan Singh Resume
Courtesy: Social Media

Manmohan Singh Resume: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन ने पूरे देश को शोक में डाल दिया है. उनकी मौत पर नेताओं, मशहूर हस्तियों और आम जनता ने गहरी संवेदना व्यक्त की. इस बीच, एक्टर और कॉमेडियन वीर दास ने अपना रिएक्शन देते हुए लोगों से आग्रह किया कि वे मनमोहन सिंह का बायोडाटा ऑनलाइन खोजें और पढ़ें.

वीर दास का भावुक संदेश

वीर दास ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, 'खुद पर एक एहसान करो और डॉ. मनमोहन सिंह का बायोडाटा गूगल पर खोजो. केवल शिक्षा वाला भाग पढ़ो, फिर पूरा बायोडाटा. विस्मयकारी सामग्री.' वीर दास की इस पोस्ट को फैंस और फॉलोअर्स का समर्थन मिला, जिन्होंने मनमोहन सिंह के अभूतपूर्व करियर और योगदान को लेकर उनकी तारीफ की. 

मनमोहन सिंह का बायोडाटा

डॉ. सिंह का बायोडाटा उनकी अद्वितीय शैक्षणिक और पेशेवर यात्रा को दर्शाता है. उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की थी. उनका करियर न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि भारत की आर्थिक नीतियों और वैश्विक स्थिति को मजबूत करने में भी बेहद जरुरी था.

  • 1991 के आर्थिक उदारीकरण के आर्किटेक्ट के रूप में पहचाने जाने वाले डॉ. सिंह ने भारत को विकास और वैश्वीकरण की राह पर अग्रसर किया.
  • वे 2004 से 2014 तक 13वें प्रधानमंत्री के रूप में कार्यरत रहे.
  • अपनी ईमानदारी, सादगी और दूरदर्शिता के लिए उन्हें भारतीय राजनीति में खास स्थान मिला.

मशहूर हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंह को याद करते हुए कहा, 'जब वे प्रधानमंत्री थे और मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब हमारी नियमित बातचीत होती थी. उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता अद्वितीय थी.' मनमोहन सिंह के निधन के बाद केंद्र सरकार ने उनके सम्मान में सात दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है.

डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन और उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा. वीर दास का यह आग्रह लोगों को सिंह के जीवन को करीब से जानने और समझने के लिए प्रेरित करता है.