जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कुछ दिनों बाद, आर्मी कॉलेज ऑफ नर्सिंग की वेबसाइट को हैक कर लिया गया है. इस साइबर हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित हैकर ग्रुप ‘टीम इनसेन पीके’ का हाथ होने का आरोप है. यह घटना भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच सामने आई है, जिसने दोनों देशों के रिश्तों को और जटिल कर दिया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह साइबर हमला भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए जाने के दो दिन बाद हुआ है. वहीं, सोशल मीडिया में आर्मी कॉलेज ऑफ नर्सिंग की वेबसाइट पर हैकर्स ने एक मैसेज लिखा है. जिसमें उन्होंने लिखा कि,''हमारे धर्म, रीति-रिवाज और मान्यताएं एक दूसरे से मीलों दूर हैं, और यही बात हमें मजबूत बनाती है... दो-राष्ट्र सिद्धांत सिर्फ एक विचार नहीं था, यह सच है... हम मुसलमान हैं, तुम हिंदू हो. अल्लाह हमारे साथ है... तुम्हारा धर्म तुम्हें नहीं बचाएगा, बल्कि यह तुम्हारी मौत का कारण बनेगा. हम बहुत श्रेष्ठ और शक्तिशाली हैं.
आर्मी नर्सिंग कॉलेज हुई हैक Social Media
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाक के बीच बढ़ा तनाव
दरअसल, भारत ने हाल ही में सिंधु जल संधि को निलंबित करने और नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा सलाहकारों को ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ घोषित करने की घोषणा की थी. जहां गुरुवार (24 अप्रैल) को भारत ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने की घोषणा की, जिसमें हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए दीर्घकालिक वीजा को छोड़कर, अधिकांश पाकिस्तानियों को 72 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है.
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई
वहीं, पाकिस्तान ने भी भारत के इन कदमों का जवाब देते हुए कई जवाबी उपाय किए. पाकिस्तान ने कहा कि वह “सभी द्विपक्षीय समझौतों, जिसमें महत्वपूर्ण शिमला समझौता शामिल है, उनको निलंबित करने का अधिकार रखता है.” इसके अलावा, पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइनों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने की घोषणा की, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है.
साइबर हमले का क्या है महत्व?
आर्मी नर्सिंग कॉलेज की वेबसाइट पर यह हैकिंग हमला न केवल एक साइबर सुरक्षा उल्लंघन है, बल्कि भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव का एक नया आयाम भी दर्शाता है. इस घटना ने भारत में साइबर सुरक्षा को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया है. सरकार और सैन्य संस्थानों ने इस हमले की जांच शुरू कर दी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.