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India Daily

पाकिस्तान ने अब आंख दिखाई तो खैर नहीं; जोधपुर में अपाचे फाइटर हेलीकॉप्टर तैनात करेगी इंडियन आर्मी

भारतीय वायु सेना के पास पहले से ही पश्चिमी और उत्तरी दोनों सीमाओं पर 22 अपाचे हेलीकॉप्टरों का एक बेड़ा है और सेना में शामिल होने से अब इनकी संख्या 28 हो जाएगी.

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Edited By: Naresh Chaudhary
Indian Army, Apache fighter helicopter, Pakistan border, Jodhpur

हाइलाइट्स

  • बोइंग कंपनी ने पिछले साल अगस्त से शुरू किया हेलीकॉप्टर बनाना
  • पूर्वी लद्दाख सेक्टर में भी तैनात किए गए हैं अमेरिकी लड़ाकू हेलीकॉप्टर

नई दिल्ली: इंडियन आर्मी पश्चिमी रेगिस्तान में पाकिस्तान सीमा के पास अपनी ताकत को बढ़ाने वाली है. सेना जोधपुर में एक सैन्य स्टेशन पर अपने छह अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर तैनात करने जा रही है. एक सैन्य अधिकारियों ने एएनआई को बताया कि कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, अमेरिका से हेलिकॉप्टर की पहली खेप फरवरी-मार्च में हिंडन एयर बेस पर पहुंचना शुरू होने की उम्मीद है. 

इसके बाद हेलिकॉप्टरों को ऑपरेशन के लिए जोधपुर के एक सैन्य स्टेशन पर तैनात किया जाएगा. भारतीय वायु सेना के पास पहले से ही पश्चिमी और उत्तरी दोनों सीमाओं पर 22 अपाचे हेलीकॉप्टरों का एक बेड़ा है और सेना में शामिल होने से अब इनकी संख्या 28 हो जाएगी.

पूर्वी लद्दाख सेक्टर में भी तैनात किए गए हैं अमेरिकी लड़ाकू हेलीकॉप्टर

उन्होंने कहा कि अमेरिकियों के साथ अनुबंध के अनुसार हम पहले ही अपने 50 से अधिक पायलटों और तकनीशियनों को अमेरिकी सुविधाओं में प्रशिक्षित कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि हम बहुत कम समय में हेलीकॉप्टरों के बेड़े का संचालन करने में सक्षम होंगे. अमेरिकी लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को 2020 में चीनी आक्रमण शुरू होने के तुरंत बाद पूर्वी लद्दाख सेक्टर में तैनात किया गया था. 

बोइंग कंपनी ने पिछले साल अगस्त से शुरू किया हेलीकॉप्टर बनाना

मूल निर्माता कंपनी बोइंग ने पिछले साल अगस्त में घोषणा की थी कि उसने अमेरिका (मेसा, एरिजोना) में अपनी अत्याधुनिक सुविधा में भारतीय सेना के लिए अपाचे हेलीकॉप्टरों का उत्पादन शुरू कर दिया है. कहा गया था कि उत्पादन प्रक्रिया टाटा बोइंग एयरोस्पेस लिमिटेड (टीबीएएल) के साथ चल रहे सहयोग पर आधारित है, जो भारत के हैदराबाद में अपनी हाईटेक सुविधा में एएच-64ई फ्यूजलेज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.