भारत की वायुसीमा होगी 'अभेद', IAF को मिलेंगे और 97 तेजस लड़ाकू विमान

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने बताया कि कारगिल के तुरंत बाद एक बहुत ही फुर्तीले लड़ाकू हेलीकॉप्टर की जरूरत थी. रक्षा मंत्रालय ने 156 प्रचंड लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की खरीद को भी मंजूरी दे दी है

Om Pratap

Indian Air Force Get 97 More Tejas Fighter Aircraft: आने वाले दिनों में भारत की वायुसीमा और ज्यादा अभेद होने वाली है. भारत और ज्यादा लड़ाकू विमान मिलने वाले हैं. रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के लिए 97 तेजस हल्के लड़ाकू विमानों की खरीद को मंजूरी दे दी है.

इसके अलावा मंत्रालय ने 156 प्रचंड लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की खरीद को भी मंजूरी दे दी है. इनमें से 90 सेना के हेलीकॉप्टर हैं और 66 वायुसेना के हेलीकॉप्टर हैं. तेजस विमान और प्रचंड हेलीकॉप्टर दोनों घरेलू हैं और इनकी कीमत 1.1 लाख करोड़ रुपये है. 

मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि रक्षा अधिग्रहण परिषद ने भारतीय वायु सेना के Su-30 लड़ाकू विमान उन्नयन कार्यक्रम को भी मंजूरी दे दी. तेजस मार्क-1ए 65 प्रतिशत से ज्यादा स्वदेशी उपकरणों के साथ स्वदेशी रूप से डिजाइन, डेवलप्ड और निर्मित लड़ाकू विमान है.

यर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कही ये बात

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने बताया कि कारगिल के तुरंत बाद एक बहुत ही फुर्तीले लड़ाकू हेलीकॉप्टर की जरूरत थी. एलसीएच या प्रचंड के इस स्वदेशी विकास ने हमारे लिए जबरदस्त बढ़ावा दिया है. हेलीकॉप्टर लड़ाकू अभियानों के इस क्षेत्र में लड़ने की क्षमता है. हमने शुरुआत में भारतीय वायु सेना के लिए उनमें से 10 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर खरीदे थे और उन्होंने अपनी योग्यता साबित कर दी है.

वे वास्तव में काफी फुर्तीले हैं, ये विमान ऊंचाई पर भी कई तरह के काम करने में सक्षम हैं. ये निश्चित रूप से सशस्त्र बलों और विशेष रूप से वायु सेना की क्षमता को बढ़ा देंगे. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि हमें कभी भी लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को आयात करने की जरूरत होगी. 156 एलसीएच की ये विशाल किश्त पूरी करने के के लिए सेना और वायु सेना दोनों की जरूरत पूरी होंगी.