2050 तक भारत में होंगे सबसे ज्यादा मुस्लिम, इंडोनेशिया भी रह जाएगा पीछे; नए साल पर आई रिपोर्ट ने हिंदुओं के उड़ाए होश

Muslim Population in India: आने वाले दशकों में, भारत में मुस्लिमों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, और यह देश इंडोनेशिया को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम आबादी वाला देश बन जाएगा. इस बदलाव के पीछे का मुख्य कारण मुस्लिम समुदाय की युवा आबादी और उनकी उच्च जन्म दर है.

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Muslim Population in India: वर्तमान में, इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश है, लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2050 तक भारत इस मामले में उसे पीछे छोड़ देगा. एक प्रमुख अध्ययन, जो Pew Research Center द्वारा प्रकाशित किया गया, बताता है कि 2050 तक भारत में 31 करोड़ मुस्लिम होंगे. यह भारत को दुनिया में सबसे बड़ी मुस्लिम जनसंख्या वाला देश बना देगा. इस रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान दूसरे स्थान पर रहेगा, जबकि इंडोनेशिया तीसरे स्थान पर गिर जाएगा.

Pew Research Center का कहना है कि भारत में मुस्लिम जनसंख्या के बढ़ने के कई कारण हैं. एक महत्वपूर्ण कारण यह है कि मुस्लिम समुदाय का औसत आयु बहुत कम है. 2010 के आंकड़ों के अनुसार, मुस्लिमों का औसत आयु 22 साल है, जबकि हिंदुओं का औसत आयु 26 साल है और ईसाइयों का औसत आयु 28 साल है. इसका मतलब यह है कि मुस्लिम समुदाय युवा है और आने वाले वर्षों में उनकी जनसंख्या में तेजी से वृद्धि होने की संभावना है.

क्या मुस्लिम जनसंख्या बढ़ने की वजह?

भारत में मुस्लिम महिलाओं की औसत जन्म दर 3.2 बच्चे प्रति महिला है, जो हिंदू महिलाओं के 2.5 बच्चों और ईसाई महिलाओं के 2.3 बच्चों से अधिक है. यह उच्च जन्म दर मुस्लिम जनसंख्या के तेजी से बढ़ने का एक प्रमुख कारण है. Pew Research Center का अध्ययन यह भी बताता है कि मुस्लिम महिलाओं की उच्च जन्म दर अन्य धार्मिक समूहों की तुलना में सबसे अधिक है, जो उनके जनसंख्या में तेजी से वृद्धि का कारण बन रही है.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत, 2050 तक, दुनिया की मुस्लिम जनसंख्या का 11% हिस्सा बनाएगा. यानी, भारत में रहने वाले मुस्लिम दुनिया के कुल मुस्लिम समुदाय का एक बड़ा हिस्सा होंगे. यह विकास, भारत के सामाजिक और जनसांख्यिकीय बदलावों के कारण होगा, जिसमें युवा आबादी और उच्च जन्म दर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.