जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. बैसारन मीडोज में हुए इस हमले में 28 लोगों की जान चली गई, जिनमें दो विदेशी पर्यटक (इजरायल और इटली) और कई भारतीय नागरिक शामिल थे. आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के छद्म समूह रेसिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली. इस घटना ने भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक नया तनाव पैदा कर दिया है.
भारत का कड़ा फैसला
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— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) April 23, 2025
अटारी चेक पोस्ट पूरी तरह से कर दिया बंद , पाकिस्तान को लेकर भारत ने लिए ठोस कदम : @MEAIndia
हमले में 25 भारतीय और 1 नेपाली नागरिक की हुई हत्या #IndiaForeignPolicy #CSCDecisions #TragicAttack… pic.twitter.com/7YrLP1m2KN
सरकार का सख्त रुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा बीच में छोड़कर वापस लौटते ही सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) की बैठक बुलाई. इस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई का संकल्प लिया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा. यह कदम पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर अडिग है.
वैश्विक प्रतिक्रिया
विश्व मुस्लिम लीग, ईरान और यूएई जैसे देशों ने भी इस हमले की निंदा की है. भारत का यह फैसला क्षेत्रीय स्थिरता और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.