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भारत के आदित्य L-1 मिशन का काउंटडाउन शुरू, उत्तराखंड में सूर्य नमस्कार तो वाराणसी में किया गया हवन

अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत एक और कदम बढ़ाने के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है. चांद के बाद अब बारी सूर्य की है. मिशन की सफलता के लिए वाराणसी में हवन-पूजन किया गया.

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Edited By: Abhiranjan Kumar
भारत के आदित्य L-1 मिशन का काउंटडाउन शुरू, उत्तराखंड में सूर्य नमस्कार तो वाराणसी में किया गया हवन

ISRO Aditya L-1 Mission Launch: चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक लैंडिंग के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) एक बार फिर इतिहास रचने जा रहा है. एक बार फिर देश ही नहीं बल्कि दुनिया की निगाहें ISRO के सूर्य मिशन यानी Aditya L-1 पर टिकी हैं. भारत के सूर्य मिशन का काउंटडाउन शुरू हो गया है. मिशन आज सुबह 11.50 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेस स्टेशन से लॉन्च किया जाएगा. लॉन्चिंग के ठीक 127 दिन बाद ये अपने प्वाइंट L1 तक पहुंचेगा. इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने मिशन को लेकर कहा कि तैयारी पूरी है, वैज्ञानिक तैयार हैं और अब इंतजार उस पल का है जब सूरज के अध्ययन के लिए Aditya L-1 अपने लक्ष्य की ओर उड़ान भरेगा.

वाराणसी में हवन-पूजन

ISRO के सूर्य मिशन यानी Aditya L-1 को लेकर पूरे देश में उत्साह देखने को मिल रहा है. मिशन की सफलता के लिए वाराणसी में हवन-पूजन किया गया.

 

सूर्य नमस्कार

उत्तराखंड में Aditya L-1 मिशन की सफलता के लिए दून योग पीठ के केंद्रों पर सूर्य नमस्कार और विशेष पूजा-अर्चना की गई. इस दौरान आध्यात्मिक गुरु आचार्य बिपिन जोशी भी मौज मौजूद रहे.

 

लोगों में उत्साह

Aditya L-1 मिशन की लॉन्चिंग से पहले लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. लॉन्चिंग को देखने के लिए लोग सतीश धवन स्पेस सेंटर पहुंचना शुरू हो गए हैं.

 

सफलता के लिए की गई पूजा-अर्चना

आदित्य L-1 की लॉन्चिंग से पहले इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने अपनी पूरी टीम के साथ मिशन की सफलता के लिए सुलुरुपेटा (तिरुपति) के चेंगलम्मा मंदिर में पूजा-अर्चना की. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इसरो के इस मिशन का उद्देश्य सूर्य का अध्ययन करना है. आदित्य L-1 मिशन को आज आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन स्पेस सेंटर से 11 बजकर 50 मिनट पर लॉन्च किया जाएगा.

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