India rejected Washington Posts claim: भारत सरकार ने शुक्रवार को वाशिंगटन पोस्ट की दो रिपोर्टों को सिरे से खारिज कर दिया है. बता दें इन रिपोर्ट्स में से एक में नई दिल्ली को मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग चलाने की कथित असफल साजिश से जोड़ा गया था वहीं दूसरी रिपोर्ट में भारतीय एजेंटों द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी तत्वों को खत्म करने के कथित प्रयास के बारे में कहा गया था.
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के एजेंटों ने कथित तौर पर चीन समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू पर महाभियोग चलाने के लिए मालदीव के विपक्षी नेताओं के साथ चर्चा शुरू करने की बात कही गई है.
Both the newspaper and the reporter in question appear to nurse a compulsive hostility towards India. You can see a pattern in their activities. I leave you to judge their credibility. As far as we are concerned, they have none: @MEAIndia Spokesperson Randhir Jaiswal on articles… pic.twitter.com/h2h67ZVu1r
— All India Radio News (@airnewsalerts) January 3, 2025
भारत ने वाशिंगटन पोस्ट के दावे को किया खारिज
रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि मालदीव के विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग चलाने हेतु वोट देने के लिए राष्ट्रपति की पार्टी के सांसदों सहित 40 सांसदों को रिश्वत देने की पेशकश की थी. लेकिन एजेंट मुइज़ू को हटाने के लिए पर्याप्त वोट हासिल नहीं कर सके और महीनों बाद योजना विफल हो गई.
पाकिस्तान में आतंकवादी तत्वों को खत्म करने के कथित प्रयास के बारे में कहा गया था
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया था कि भारत की ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ ने कथित तौर पर पाकिस्तान के भीतर कम से कम आधा दर्जन लोगों को खत्म करने के लिए 2021 से कार्यक्रम शुरू किया था. ये हत्याएँ संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी समूहों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद के सदस्यों को निशाना बनाकर की गई.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आरोपों को किया ख़ारिज
इस पूरे मामले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने समाचार रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा, 'अखबार और रिपोर्टर दोनों ही भारत के प्रति दुश्मनी करते हुए दिख रहे हैं. उनकी गतिविधियों में एक पैटर्न देख सकते हैं. मैं उनकी विश्वसनीयता का फैसला आप पर छोड़ता हूं. जहां तक हमारा सवाल है उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है.