India Madives Ties: मोइज्जू सरकार का मन रखने के लिए मोदी सरकार का 'प्लान', जानें क्यों इंडियन आर्मी की जगह लेने पहुंची टेक्निकल टीम?
India Madives Ties: पिछले साल यानी 2023 नवंबर में राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद मोइज्जू ने भारत से अपील की थी. चीन के समर्थक मोइज्जू ने अपील में भारत सरकार से मालदीव में मौजूद अपनी आर्मी को वापस बुलाने का अनुरोध किया था. अब मोदी सरकार ने मोइज्जू सरकार का मन रखने के लिए इंडियन आर्मी को बुलाने का फैसला तो कर लिया, लेकिन एक खास टीम को उनकी जगह मालदीव भेज दिया. आइए, जानते हैं पूरा मामला.
India Madives Ties: मालदीव में मौजूद भारतीय सेना की जगह लेने के लिए मोदी सरकार ने एक खास टीम को वहां भेज दिया है. भारत की ओर से भेजी गई ये खास टीम 10 मार्च से पहले इंडियन आर्मी की जगह लेगी. ये खास टीम अब इंडियन आर्मी की जगह मालदीव में एविएशन प्लेटफार्म्स का संचालन करेगी. दरअसल, मालदीव की मोइज्जू सरकार ने नवंबर में सत्ता संभालने के बाद मोदी सरकार से अपील की थी कि वे अपनी इंडियन आर्मी को मालदीव से वापस बुला लें. आखिरकार भारत सरकार ने मोइज्जू का मन रखने के लिए खास प्लानिंग की और इंडियन आर्मी को मालदीव से बुलाने पर सहमत हो गई, लेकिन आर्मी की जगह एक खास टीम को वहां भेज दिया.
दरअसल, इंडियन आर्मी की करीब 70 सदस्यों वाली टीम मालदीव में तीन एविएशन प्लेटफार्म्स के जरिए मालदीव के लोगों को मानवीय और मेडिकल हेल्प प्रोवाइड करती है. राष्ट्रपति बनने के बाद से ही मोइज्जू लगातार इंडियन आर्मी को वापस भेजने की बात करते रहे हैं. अब मोदी सरकार ने टेक्निकल टीम को वहां भेज दिया है, जो इंडियन आर्मी की जगह लेगी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मालदीव सरकार ने सोमवार को कहा कि इंडियन टेक्निकल टीम का पहला जत्था आ गया है. ये टेक्निकल टीम अड्डू में हेलीकॉप्टर सर्विस की कमान संभालेंगे.
10 मार्च से पहले वापस आ जाएगी इंडियन आर्मी की पहली टीम
मालदीव की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दोनों सरकारों (मोइज्जू और मोदी सरकार) के बीच हुए समझौते के मुताबिक, अड्डू में तैनात इंडियन आर्मी की टीम 10 मार्च तक वापस भारत लौट जाएगी. टेक्निकल टीम कामकाज संभालने के लिए जल्द ही ट्रेनिंग शुरू करेगी. फरवरी की शुरुआत में ही मालदीव से इंडियन आर्मी की टीम को बुलाने का फैसला लिया गया था. फैसले में कहा गया था कि मार्च से मई तक इंडियन आर्मी की पूरी टीम मालदीव से लौट आएगी.
फैसले में कहा गया था कि टेक्निकल टीम मालदीव में दो हेलीकॉप्टर और एक डोर्नियर प्लेन का संचालन जारी रखेंगे. ये निर्णय इस महीने की शुरुआत में नई दिल्ली में भारतीय और मालदीव के अधिकारियों के बीच उच्च स्तरीय कोर ग्रुप की दूसरी बैठक के दौरान लिया गया था. बैठक के बाद, मालदीव के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि भारत सरकार 10 मार्च 2024 तक तीन एविएशन प्लेटफार्मों में से एक में आर्मी की जगह टेक्निकल टीम को रिप्लेस करेगी, जबकि दो अन्य एविएशन प्लेटफार्म से भी 10 मई 2024 तक इंडियन आर्मी की टीम वापस चली जाएगी.
मालदीव में क्या करती थी इंडियन आर्मी की टीम?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिलहाल मालदीव में इंडियन आर्मी की 75 सदस्यों की टीम है. इंडियन आर्मी की टीम के पास कुछ टोही विमान है, जिससे वे हिंद महासागर में निगरानी करते हैं. इसके अलावा, हेलीकॉप्टर्स के जरिए मालदीव के छोटे-छोटे द्वीपों में मानवीय और मेडिकल सहायता पहुंचाते हैं. अब इंडियन आर्मी के कामकाज को टेक्निकल टीम संभालेगी.
मोइज्जू के जिद के आगे भारत सरकार को क्या बनाना पड़ा 'खास' प्लान?
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मालदीव की भौगोलिक स्थिति भारत के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि गल्फ कंट्री से आयात होने वाली चीजें मालदीव के रास्ते ही भारत आता है. इसके अलावा, मालदीव भारी मात्रा में भारत से ग्रेनाइट, लोहा, स्टील आदि के साथ-साथ चावल, मीट, प्याज, टमाटर आदि का आयात करता है.