Pamban Bridge: तमिलनाडु के रामेश्वरम द्वीप को मुख्य भूमि से जोड़ने वाले भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट सी पुल के सामने एक बड़ी चुनौती सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार, पंबन पुल में एक तीव्र मोड़ के कारण काम पूरा होने में बाधा आ रही है जो रेलवे इंजीनियरिंग टीम के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है.
पंबन रेलवे पुल के लिफ्ट स्पैन में एक तीव्र मोड़ के आने की वजह से रेल विकास निगम लिमिटेड ( RVNL) को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. RVNL द्वारा 2.8 किमी लंबे पुल का निर्माण किया जा रहा है. यह स्पैन 72.5 मीटर लंबा और 550 टन वजनी है. इसे फिक्स करने के लिए समुद्र तल में 450 मीटर तक खुदाई की गई है.
RVNL के अधिकारी ने कहा कि 10 मार्च को लिफ्ट स्पैन को आगे बढ़ाने पर काम शुरु किया गया था. इस स्पैन को पुल के केंद्र की ओर लगभग 80 मीटर तक बढ़ाया जा चुका है. इसके सामने सबसे बड़ी चुनौती 2.65 डिग्री के एक शार्प मोड़ की है जिससे इसे फिक्स करने में इंजीनियरिंग टीम को परेशानी आएगी. उन्होंने कहा कि यदि यह सीधा होता तो इसे तेजी से आगे ले जाया जा सकता था. अधिकारी के मुताबिक, लिफ्ट स्पैन को उसके स्थान पर ले जाने का काम मई के अंत तक पूरा होने की संभावना है.
अधिकारी के मुताबिक, घुमावदार हिस्से को पार करने के बाद काम की गति में रफ्तार आएगाी. इसे समुद्र में लाते समय खासी सावधानी बरती गई है. आरवीएनएल ने कहा कि इस पुल को चालू करने के लिए 30 जून की समयसीमा तय की गई है. अधिकारियों के मुताबिक वे जल्द से जल्द इस पुल का निर्माण कार्य पूरा होने पर जोर दे रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2019 में पंबन पुल की आधारशिला रखी थी. रेलवे विकास निगम लिमिटेड ने साल 2020 में इस पर काम करना शुरु किया. इसका काम दिसंबर 2021 तक पूरा होना था,लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसकी समयसीमा को बढ़ा दिया गया था.