इंडिया टुडे-सी वोटर 'मूड ऑफ द नेशन' ओपिनियन पोल के अनुसार, 65 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि विपक्षी दलों को भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया) को जारी रखना चाहिए, भले ही हाल के चुनावी प्रदर्शन और आंतरिक एकता में कुछ समस्याएं सामने आई हों.
गठबंधन के भविष्य पर मत विभाजन
हालांकि, 26 प्रतिशत मतदान करने वाले व्यक्तियों ने इसके विपरीत राय व्यक्त की और इंडिया गठबंधन के विघटन का समर्थन किया. यह मत विभाजन दिखाता है कि जनता में इस गठबंधन के भविष्य को लेकर मिश्रित विचार हैं.
चुनाव परिणामों पर भविष्यवाणी
सर्वे में यह भी भविष्यवाणी की गई थी कि कांग्रेस के नेतृत्व वाला इंडिया गठबंधन, जिसने 2024 लोकसभा चुनाव में 232 सीटें जीती थीं, आज अगर चुनाव होते हैं तो उसकी सीटों की संख्या घटकर 188 रह सकती है. इसके विपरीत, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को महत्वपूर्ण लाभ मिलने की संभावना है, और वह 343 सीटें जीत सकता है. सर्वे के अनुसार, बीजेपी अकेले 281 लोकसभा सीटें जीतकर साधारण बहुमत प्राप्त कर सकती है.
देश भर के 1,25,123 मतदाताओं का किया गया सर्वे!
इंडिया टुडे-सीवोटर मूड ऑफ द नेशन (MOTN) पोल 2 जनवरी से 9 फरवरी, 2025 के बीच आयोजित किया गया था, जिसमें सभी लोकसभा क्षेत्रों के 1,25,123 मतदाताओं से सर्वेक्षण किया गया था. इस सर्वेक्षण में नए साक्षात्कारों के साथ-साथ दीर्घकालिक ट्रैकिंग डेटा भी शामिल थे.
इंडिया गठबंधन का नेतृत्व कौन करेगा?
जब इंडिया ब्लॉक का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त नेता के बारे में पूछा गया, तो कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी 24 प्रतिशत समर्थन के साथ सबसे आगे रहे. दरअसल, 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 99 सीटों पर जीत मिली थी जिसके बाद लोकसभा में राहुल गांधी को नेता विपक्ष बनाया गया था. इसके बाद से लगातार वह सदन के भीतर सरकार पर हमलावर हैं. कांग्रेस के प्रदर्शन में 2014 और 2019 के मुकाबले इस बार काफी सुधार हुआ है.
वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 14 प्रतिशत समर्थन मिला. जबकि, आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता अरविंद केजरीवाल और समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव क्रमशः 9 प्रतिशत और 6 प्रतिशत समर्थन के साथ पीछे रहे.