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India Daily

'कांग्रेस को खत्म करने का INDI गठबंधन रच रहा साजिश....' गिरिराज सिंह का बड़ा दावा

लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया ब्लॉक में सीट-बंटवारे विवाद को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि मेरे अनुमान के अनुसार कांग्रेस को कुल टिकटों का सिर्फ 10 प्रतिशत मिलेगा.

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Edited By: Avinash Kumar Singh
Giriraj Singh

हाइलाइट्स

  • केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने विपक्षी गठबंधन पर साधा निशाना
  • 'कांग्रेस को खत्म करने का INDI गठबंधन रच रहा साजिश' 

नई दिल्ली: आगामी 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर बातचीत शुरू हो गयी है. इसी बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने विपक्षी गठबंधन पर करारा हमला बोला है. लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया ब्लॉक में सीट-बंटवारे विवाद को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि मेरे अनुमान के अनुसार कांग्रेस को कुल टिकटों का सिर्फ 10 प्रतिशत मिलेगा. यह स्वार्थों का गठबंधन है. पूरी संभावना है कि कांग्रेस दिल्ली, यूपी,पंजाब, पश्चिम बंगाल, बिहार में काफी कम सीटों पर लड़ेंगे. यह INDI गठबंधन है जो कांग्रेस को खत्म करने की साजिश रच रहा है.

'कांग्रेस को खत्म करने का INDI गठबंधन रच रहा साजिश....' 

गिरिराज सिंह ने बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा "INDI गठबंधन समान विचारधारा वाले राजनीतिक हितों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है. बल्कि यह स्वार्थी हितों पर आधारित गठबंधन है. ये आपसी गठबंधन नहीं, स्वार्थों का गठबंधन है. पश्चिम बंगाल, बिहार, दिल्ली, यूपी, पंजाब की सीटें जोड़ लीजिए फिर देखिए कांग्रेस को कितनी सीटें मिलती हैं. ये INDI गठबंधन ही साजिश कर रहा है कांग्रेस को खत्म करो. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, बिहार में जेडीयू, दिल्ली और पंजाब में आप और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस है. हालांकि ये अलग-अलग गठबंधन सहयोगी हैं और उनके साथ गठबंधन करने से कांग्रेस को ज्यादा मदद नहीं मिलेगी." 

सीट शेयरिंग फॉर्मूले और पीएम पर सस्पेंस बरकरार

इंडिया गठबंधन को जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, उनमें सीट शेयरिंग फॉर्मूले के साथ-साथ पीएम के चेहरे पर विपक्षी दलों को भरोसे में लेते हुए सर्वानुमती बनाना है. बीते दिनों इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे का नाम प्रस्तावित किया गया. सीएम ममता बनर्जी और केजरीवाल की तरफ से पीएम चेहरे के तौर पर नाम प्रस्तावित किये जाने के बाद खड़गे ने साफ तौर पर इंकार करते हुए बड़ा सियासी दांव चला है. अब देखना यह दिलचस्प होता जा रहा है कि इंडिया गठबंधन किसी रणनीति के साथ आगे बढ़ती है.