Astha Special Train : अयोध्या में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से देश के विभिन्न प्रांतों से भक्तों को रामलला के दर्शन कराने के लिए 'आस्था स्पेशल' ट्रेनों के परिचालन का फैसला लिया गया था. इनको 25 जनवरी को देहरादून, झारखंड, पुरी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान से चलना था. रामनगरी अयोध्या में भक्तों के सैलाब को देखते हुए इन ट्रेनों के परिचालन पर फिलहाल रोक का फैसला लिया गया है. हालात सामान्य होने पर इन ट्रेनों का परिचालन दोबारा शुरू होने की उम्मीद है.
प्रभु श्रीराम के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही अयोध्या में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है. लाखों की संख्या में भक्त प्रभु श्रीराम के दर्शन को आ रहे हैं. देश ही नहीं विदेशों से भी भक्त यहां दर्शन को आ रहे हैं. 25 जनवरी को प्रस्तावित इन आस्था स्पेशल ट्रेनों का 26 जनवरी को अयोध्या धाम जंक्शन, अयोध्या कैंट, सलारपुर, दर्शननगर रेलवे स्टेशन पर ठहराव प्रस्तावित था.
ट्रेनों पर श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए संबंधित प्रांत के मुख्यमंत्रियों का भी आगमन प्रस्तावित था,लेकिन प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए अचानक से उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई. इसके चलते रेलवे बोर्ड ने इन स्पेशल ट्रेनों के संचालन पर सप्ताहभर के लिए रोक लगा दी है. अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ कम होने पर स्पेशल ट्रेनों को दोबारा से चलाया जाएगा.
रामलला के दर्शन को अयोध्या में लाखों भक्त पहुंच रहे हैं. भीड़ को रोकने के लिए अयोध्या में हर ओर बैरिकेडिंग लगाई गई हैं. इसके साथ ही बस आदि के संचालन पर भी रोक लगाई गई है. निजी वाहनों के भी अयोध्या में प्रवेश को मनाही है.
आस्था स्पेशल ट्रेन में 400 से अधिक लोगों ने कंफर्म टिकट कराया था. ट्रेन कैंसिल होने पर रेलवे शत प्रतिशत किराया यात्रियों को रिफंड करेगा. इसके साथ ही अयोध्या की ओर जाने वालीं अन्य ट्रेनों में भी वेटिंग देखने को मिल रही है. इसके अलावा तत्काल के खुलते ही सीट बुक हो जा रही है. ऐसे में यात्रियों को तत्काल में भी टिकट नहीं मिल पा रही है.
रामलला के दर्शन के लिए भक्त हर तरह से अयोध्या पहुंचना चाहते हैं. इसके कारण काशी से अयोध्या जाने वाले यात्रियों की संख्या में चौगुनी वद्धि हुई है. पहले जहां 400 यात्री रोज जाते थे, वहीं अब यह संख्या 1550 तक पहुंच गई है.रामनगरी के लिए चलाई गईं रोडवेज की सामान्य, रामरथ और जनरथ बसों से पिछले तीन दिनों में 5000 से अधिक यात्री रवाना हुए हैं.