menu-icon
India Daily

पालघर में दिल दहलाने वाली घटना: पति ने की पत्नी की हत्या, सिर काटकर जंगल में फेंका; आरोपी गिरफ्तार

हरीश ने करीब दो महीने तक अपने जुर्म को छिपाए रखा. जब उत्पला के सौतेले बेटे ने अपनी मां के बारे में पूछा, तो उसने झूठ बोला कि वह अपने मायके पश्चिम बंगाल चली गई है. लेकिन खोपड़ी मिलने के बाद पुलिस ने जांच तेज की.

auth-image
Edited By: Sagar Bhardwaj
In Palghar husband killed his wife chopped off her head and threw it in the forest

महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने सभी को चौंका दिया है. पुलिस ने 49 साल के एक शख्स को अपनी पत्नी की निर्मम हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोपी ने न सिर्फ अपनी पत्नी की हत्या की, बल्कि उसके सिर को काटकर एक सूटकेस में बंद कर विरार के जंगल में फेंक दिया. इस भयावह घटना का खुलासा तब हुआ, जब पुलिस को जंगल में एक खोपड़ी मिली. आरोपी का नाम हरीश हिप्परगी बताया जा रहा है, जिसने अपनी पत्नी उत्पला उर्फ सोमा दास की हत्या जनवरी में की थी.

खौफनाक वारदात का खुलासा

यह मामला 14 मार्च को सामने आया, जब विरार के पीरकुंडा दरगाह के पास एक ट्रैवल बैग में इंसानी खोपड़ी मिली. पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और सबूतों के आधार पर हरीश तक पहुंची. देर रात नालासोपारा से उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस के मुताबिक, हरीश ने अपनी पत्नी की हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए अलग-अलग जगहों पर फेंका था, ताकि कोई शक न कर सके.

घरेलू विवाद बना हत्या की वजह
जांच में पता चला कि हरीश अपनी पत्नी उत्पला और 22 साल के बेटे के साथ रहता था. वह नकली गहनों के कारोबार से जुड़ा था, जबकि उत्पला का पहली शादी से एक बेटा भी था. पुलिस के अनुसार, उत्पला के बेटे को लेकर दंपति के बीच अक्सर झगड़े होते थे. 8 जनवरी को ऐसा ही एक विवाद इतना बढ़ गया कि हरीश ने गुस्से में आकर उत्पला का गला घोंट दिया. इसके बाद उसने सबूत मिटाने की कोशिश में उसका सिर काट दिया. हरीश ने शव को विरार पूर्व ले जाकर चाकू से सिर अलग किया. फिर शरीर को नाले में फेंक दिया और सिर को ट्रैवल बैग में डालकर पीरकुंडा दरगाह के पास छोड़ दिया.

दो महीने तक छिपाता रहा सच
हरीश ने करीब दो महीने तक अपने जुर्म को छिपाए रखा. जब उत्पला के सौतेले बेटे ने अपनी मां के बारे में पूछा, तो उसने झूठ बोला कि वह अपने मायके पश्चिम बंगाल चली गई है. लेकिन खोपड़ी मिलने के बाद पुलिस ने जांच तेज की. बैग में बंगाल के 24 परगना जिले की एक ज्वैलरी दुकान का पाउच मिला, जिससे उत्पला की पहचान हुई. फोन रिकॉर्ड्स से पता चला कि उसका फोन दो महीने से बंद था.

पुलिस ने कैसे सुलझाया मामला
पुलिस ने कई सुरागों पर काम करते हुए हरीश को ढूंढ निकाला. वह लगातार जगह बदल रहा था और अपना फोन बंद रखता था. आखिरकार, नालासोपारा के रहमत नगर से उसे पकड़ा गया. अब पुलिस उत्पला के शव के बाकी हिस्सों को ढूंढने और हरीश के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाने में लगी है. यह घटना समाज में बढ़ते घरेलू तनाव और हिंसा की एक डरावनी मिसाल है. पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि इंसाफ सुनिश्चित हो सके.