मणिपुर में उग्रवादियों ने की गोलीबारी, ड्रोन से घरों पर गिराए बम, 2 की मौत, कई घायल
पुलिस के अनुसार, आतंकवादियों ने पहाड़ी स्थानों से कोत्रुक और पड़ोसी कडांगबांड के निचले घाटी क्षेत्रों की ओर अंधाधुंध गोलीबारी की. कडंगबंद इलाके के लोगों का दावा है कि एक ड्रोन से एक घर पर बम गिराया गया है.
मणिपुर से एक बार फिर से हिंसा के खबर सामने आई है. इंफाल पश्चिम जिले के कांगचुप क्षेत्र में कोत्रुक के निकट गोलीबारी में एक महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई, जबकि उसकी बेटी सहित चार अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. हमले के बाद सुरक्षाबल अलर्ट पर हैं.
कोत्रुक गांव के ग्राम पंचायत अध्यक्ष के अनुसार, संदिग्ध सशस्त्र आतंकवादियों ने दोपहर करीब 2 बजे गोलीबारी शुरू कर दी, जब गांव के स्वयंसेवक संवेदनशील क्षेत्रों से दूर थे. कडंगबंद इलाके के लोगों का दावा है कि एक ड्रोन से एक घर पर 'बम' गिराया गया है. हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
मृतक की पहचान फयेंग उमंग लेईकाई की 33 वर्षीय सुरबाला देवी के रूप में हुई है. महिला को इंफाल के क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (आरआईएमएस) अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि उसकी 13 वर्षीय बेटी एनजी रोजिया के दाहिने हाथ में चोट आई है और उसका इलाज उसी अस्पताल में चल रहा है. घायलों में 30 वर्षीय पुलिस अधिकारी एन रॉबर्ट भी शामिल हैं, जो अवांग खुनौ मनिंग लीकाई के निवासी है.
मणिपुर गृह मंत्रालय का बयान
इस बीच, स्थानीय प्रशासन ने इंफाल पश्चिम जिले में कर्फ्यू लगा दिया है तथा मणिपुर सरकार ने हमले की निंदा करते हुए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया है. मणिपुर गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राज्य सरकार को निहत्थे कौत्रुक ग्रामीणों पर ड्रोन, बम और कई अत्याधुनिक हथियारों से कथित तौर पर कुकी उग्रवादियों द्वारा किए गए हमले की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में पता चला है जिसमें एक महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
एन बीरेन सिंह सरकार ने आगे कहा कि उन्होंने स्थिति को नियंत्रित करने और इंफाल पश्चिम के कोटरुक गांव पर हमले में शामिल लोगों को दंडित करने के लिए पहले ही तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है. कांगपोकपी एक कुकी-प्रधान क्षेत्र है, जबकि इंफाल पश्चिम मैतेई-प्रधान घाटी में आता है. मई 2023 से मैतेई समुदाय और कुकी जनजातियों के बीच हिंसा का दौर जारी है.