मृतक के शव को अस्पताल से लेकर भागा भाई, मौके पर पहुंची पुलिस और फिर हुआ बवाल
मृतक बीएससी फर्स्ट ईयर का छात्र था. मृतक के पिता ने कहा कि बेटे ने आत्महत्या क्यों की हम इसकी वजह जानना चाहते हैं.
हरियाणा के फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब एक मृतक के परिजन उसके शव को लेकर भागने लगे. सूचना पाकर अस्पताल पहुंची पुलिस और मृतक के परिजनों के बीच काफी देर तक खींचातान होती रही.
भाई बोला- बाबू जिंदा है
दरअसल, युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी. डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. पोस्टमार्टम के लिए शव को लेना था लेकिन परिजनों ने शव को देने से मना कर दिया. मृतक का भाई शव को गोद में उठाकर भाग खड़ा हुआ और कहने लगा कि बाबू अभी जिंदा है. हम उसे प्राइवेट अस्पताल में दिखाना चाहते है. पुलिस ने बड़ी मुश्किल से शख्स और उसके परिजनों को रोका. पुलिस ने उनसे कहा कि वह मर चुका है और कानूनी प्रक्रिया के तहत उसका पोस्टमार्टम किया जाना है.
मृतक का नाम दीवांशु बताया जा रहा है जो रामपाल मंडी के पास का रहने वाला था. शनिवार देश शाम उसने अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इस दौरान घर पर कोई नहीं था. जब उसका बड़ा भाई देव घर पर पहुंचा तो उसने छोटे भाई को फांसी के फंदे से झूलता पाया. आनन-फानन में उसने शव को नीचे उतारा और तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचा जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
बीएससी फर्स्ट ईयर का छात्र था दीवांशु
मृतक के पिता ने कहा कि उनके तीन बेटे हैं जिनमें दीपांशु सबसे छोटा था. 16 साल का दीवांशु बीएसी फर्स्ट ईयर का छात्र था. उन्होंने बताया कि हादसे के वक्त दीपांशु घर में अकेले था. उन्होंने बताया कि वे और उनकी पत्नी दोनों घर चलाने के लिए एक कंपनी में काम करते हैं. उनके बेटे ने फांसी क्यों लगाई इसके बारे में उन्हें कुछ पता नहीं और वे चाहते हैं कि उनके बेटे की आत्महत्या की वजह सामने आए.