हरियाणा के फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब एक मृतक के परिजन उसके शव को लेकर भागने लगे. सूचना पाकर अस्पताल पहुंची पुलिस और मृतक के परिजनों के बीच काफी देर तक खींचातान होती रही.
भाई बोला- बाबू जिंदा है
मृतक का नाम दीवांशु बताया जा रहा है जो रामपाल मंडी के पास का रहने वाला था. शनिवार देश शाम उसने अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इस दौरान घर पर कोई नहीं था. जब उसका बड़ा भाई देव घर पर पहुंचा तो उसने छोटे भाई को फांसी के फंदे से झूलता पाया. आनन-फानन में उसने शव को नीचे उतारा और तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचा जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
बीएससी फर्स्ट ईयर का छात्र था दीवांशु
मृतक के पिता ने कहा कि उनके तीन बेटे हैं जिनमें दीपांशु सबसे छोटा था. 16 साल का दीवांशु बीएसी फर्स्ट ईयर का छात्र था. उन्होंने बताया कि हादसे के वक्त दीपांशु घर में अकेले था. उन्होंने बताया कि वे और उनकी पत्नी दोनों घर चलाने के लिए एक कंपनी में काम करते हैं. उनके बेटे ने फांसी क्यों लगाई इसके बारे में उन्हें कुछ पता नहीं और वे चाहते हैं कि उनके बेटे की आत्महत्या की वजह सामने आए.