Heatwave: कब और कैसे जानलेवा हो जाता है हीटवेव, 14 राज्यों में अलर्ट, कई मौतें; कब थमेगा कहर?

IMD Weather Updates: उत्तर भारत के कई शहरों में गर्म हवाएं जमकर कहर बरपा रहीं हैं. मौसम विभाग ने हीटवेब को लेकर अलर्ट भी जारी किया है. कई लोगों की हीटवेब से मौत भी हुई है.

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IMD Weather Updates: राजस्थान, दिल्ली एनसीआर, यूपी, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड समेत कई अन्य राज्यों में हीटबेव का कहर है. इन राज्यों में भयानक गर्मी और लू से कई लोगों की मौत हो चुकी है. लोगों के मन में सवाल है कि आखिर हीटवेब का कहर कब थमेगा? इसका जवाब जानने से पहले ये जान लीजिए कि आखिर हीटवेब कब और कैसे ज्यादा खतरनाक हो जाता है, जो जानलेवा भी बन जाता है.

दरअसल, दरअसल, गर्मी के मौसम में कुछ दिनों के लिए गर्म हवा या लू चलती है, इसे हीटवेब भी कहते हैं. गर्म हवा चलने के दौरान टेम्प्रेचर सामान्य से कही अधिक हो जाता है, जो इंसानों समेत जानवरों के लिए भी जानलेवा साबित होता है. मौसम विभाग के मुताबिक, जब मैदानी इलाकों में टेम्प्रेचर 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर और पहाड़ी इलाकों में ये 30 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो जाता है, तो गर्म हवाएं चलने लगती हैं. देश में मई और लू के बीच अक्सर हीटवेब चलने लगती हैं. 

गर्म हवाओं के चपेट में आने वाले राज्यों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, बंगाल, ओडिशा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक शामिल होता है. मौसम विभाग के मुताबिक, हीटवेब की चपेट में आने से इंसानों को डिहाइड्रेशन का शिकार होना पड़ता है, जिससे थकान महसूस होती है, कमजोरी आती है, चक्कर आता है, उल्टी, मांसपेशियों में दर्द की शिकायत भी होती है. 

नौतपा भी बरपा रहा है कहर

देश में इन दिनों नौतपा भी चल रहा है, जिसका आज यानी बुधवार को 5वां दिन है. एक दिन पहले मंगलवार को देश में सबसे ज्यादा गर्म चुरू रहा, जहां 50.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. इससे पहले फलोदी में तापमान 50 के पार चला गया था. एक दिन पहले देश के 12 राज्यों के 78 शहरों में टेम्प्रेचर 45 डिग्री सेल्सियस और इससे ऊपर दर्ज किया गया. मौसम विभाग के मुताबिक, आज के लिए हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में हीटवेब को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है. 

आइए, जानते हैं हीटवेब से बचने के उपाय

मेडिकल एक्सपर्ट के मुताबिक, 45°C से ऊपर के टेम्प्रेचर के संपर्क में आने के बाद इंसानों के शरीर पर गंभीर असर पड़ता है. कभी-कभी इंसान हीट स्ट्रोक का शिकार हो जाता है, जिससे उसे दौरे पड़ सकते हैं, उसकी याददाश्त पर असर पड़ सकता है. ऐसे में 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर टेम्प्रेचर में बाहर निकलते समय काफी सावधानी बरतने की जरूरत होती है. हीटवेब का स्कीन पर भी गंभीर असर पड़ता है. क्योंकि हीटवेब के संपर्क में आने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिसका दिल-दिमाग और शरीर के अन्य अंगों पर असर पड़ता है.

हीटवेव के दौरान दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बाहर न निकलने की सलाह दी जाती है. साथ ही इस दौरान शरीर को थकाने वाले काम न करने की सलाह भी दी जाती है. अधिक पानी पानी के सलाह दी जाती है. अधिक प्रोटिन वाला खाना और शराब, चाय, कॉफी से भी दूर रहने की सलाह दी जाती है. शरीर के तापमान को सामान्य रखने और हीटवेब से बचने के लिए खीरा, तरबूज खाने और नारियल पानी पीने की सलाह भी दी जाती है. मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बाहर निकलने के दौरान शरीर के अंगों के साथ-साथ चेहरा और सिर ढंककर ही बाहर निकलने की सलाह दी जाती है. 

हीटवेब से अब तक कितनी मौते?

राजस्थान में पिछले कुछ दिनों में मौत की सूचना आई थी. लेकिन सरकार ने अभी तक हीटवेब से मरने वालों की संख्या का आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया है. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक हीटवेब का कहर थमता नहीं दिख रहा है. आंकलन के मुताबिक, 3 से 5 जून के बाद गर्म हवाओं में कुछ कमी आ सकती है.