भारतीय मौसम वैज्ञानिक ने पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया है. ब्रह्मपुत्र नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण असम और अरुणाचल प्रदेश में भीषण बाढ़ का खतरा बना हुआ है. IMD ने राज्यों के लिए जिलावार रेड अलर्ट जारी किया है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, राज्य में बाढ़ प्रभावित जिलों की संख्या 12 से बढ़कर 19 हो गई है.
पूर्वोत्तर के राज्य अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण हाहाकार मचा हुआ है. पिछले कई दिनों से लगातार भारी बारिश के कारण कई नदियां उफान पर है. वहीं, अरुणाचल प्रदेश में बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन की संभावना की वजह से ईटानगर में स्कूल 2 जुलाई यानी आज से 6 जुलाई तक के लिए बंद कर दिया गया है.
लगातार बारिश के बढ़ते जलस्तर के कारण अरूणाचल प्रदेश की सभी नदियां इस समय खतरे के निशान से ऊपर है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पूर्वी सियांग और निचले सियांग जिलों में बाढ़ के पानी ने निचले इलाकों को जलमग्न कर दिया है. इस बाढ़ से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 26,199.18 हेक्टेयर फसल वाला क्षेत्र पूरी तरह से बाढ़ की पानी में बह गया है.
एएसडीएमए ने बताया कि बाढ़ से 4,85,736 जानवर भी प्रभावित हुए हैं. फिलहाल बचाव अभियान जारी है लेकिन अरूणाचल प्रदेश में भूस्खलन और बाढ़ के कारण सतही संपर्क की कमी के कारण यह मुश्किल साबित हो रहा है. असल राइफल्स ने 'ऑपरेशन सेवियर' के तहत बाढ़ प्रभावित इलाकों से करीब 500 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और सेना आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं और राज्य में स्थिति पर सभी विधायकों और अधिकारियों द्वारा नजर रखी जा रही है. सरमा ने कहा, 'पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुझे फोन किया और स्थिति से निपटने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है'.