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India Daily

‘मैं उठी तो हत्या हो जाएगी…’, जीभ काटकर शिवलिंग को चढ़ा दी भेंट, फिर साधना में हो गई लीन

छत्तीसगढ़ से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. भक्ति में लीन एक लड़की ने अपनी जीभ काटकर भगवान पर चढ़ा दिया. इसके बाद वो वहीं लेट कर साधना करने लगी. उसके बगल से एक पेपर नोट भी मिला है, जिसमें लिखा था कि अगर उठाया गया तो हत्या हो जाएगी.

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Edited By: Shanu Sharma
Cut her Tongue and offered it to Shivling
Courtesy: Social Media

Cut her Tongue and offered it to Shivling: भारत में लोग अक्सर अपनी मनोकामनाओं के पूरे होने पर या अपनी मनोकामनाओं को भगवान के सामने रखते हुए चढ़ावा चढ़ाते है. हालांकि कई बार लोग ध्यान करते हुए भी चढ़ावा चढ़ाते हैं और कुछ ऐसा चढ़ाते हैं कि देखने वाले लोगों को भरोसा नहीं हो पाता. ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ से सामने आ रहा है. जहां एक लड़की ने अपनी ही जीभ को काटकर भगवान के चरणों में रख दिया और वहीं साधना करने लगी. 

लड़की को ऐसा करता देख लोग डर गए और उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश करने लगें. हालांकि लड़की ने अपना इलाज करने से मना कर दिया और वहीं बैठकर पूजा-अर्चना करने लगी. मिल रही जानकारी के मुताबिक लड़की जहां पूजा कर रही थी, वहां से एक पेपर पर लिखा नोट मिला है. 

साधना पर बैठी लड़की 

दिल को दहला देने वाला ये मामला छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के देवरघटा गांव का बताया जा रहा है. वहां रहने वाली आरुषि चौहान नाम की एक लड़की भगवान की भक्ति में इतनी लीन हो गई कि उसने अपना जीभ काट कर चढ़ावा में चढ़ा दिया. लड़की की उम्र लगभग 16 साल बताई जा रही है, जो अभी कक्षा 11 वीं की छात्रा है. वहां मौजूद लोगों ने बताया कि आरुषी पहले पूजा कर रही थी, इसके थोड़े बाद उसने मंदिर परिसर में ही अपनी जीभ काट डाली और भगवान पर चढ़ा दिया. लोगों ने बताया कि आम इंसानों के लिए हल्की सी उंगली कटनी भी दर्दनाक होती है लेकिन इस लड़की ने अपनी जुबान काट दी. इतना ही नहीं ऐसा करने के बाद वो वहीं पर साधना करने लगी. साधना करते वक्त लड़की ने अपने बगल में एक पेपर नोट रखा था. जिसमें लिखा था कि अगर मैं साधना से उठ गई तो हत्या हो जाएगी.

पेपर नोट में दी चेतावनी

आरुषि के परिवार वालों ने ही इस पेपर नोट को उठाकर पढ़ा. पेपर नोट छत्तीसगढ़ी में लिखा गया था. उसमें लिखा था कि काकरो आवाज नहीं आवे चाहिए, गाड़ी या आदमी काकरो नहीं, अगर मैं उठ रहा, तो सबके हत्या हो जाही. जिसका मतलब होता है कि किसी भी आवाज नहीं आनी चाहिए. चाहे वो गाड़ी हो या कोई आदमी. अगर ऐसा होगा और उसे उठाने की कोशिश की गई तो हत्या हो जाएगी. लड़की के परिवार वालों का कहना है कि वो अभी दो दिनों तक साधना पर रहने वाली है. हालांकि मामले की जानकारी पुलिस को दी गई है. जिसके बाद पुलिस डॉक्टर्स की टीम के साथ मंदिर पहुंची. लेकिन लड़की ने अपना इलाज कराने से इनकार कर दिया. परिवार वाले भी आरुषि का साथ दे रहे थे, उन्होंने पुलिस वालों को मंदिर में ना जाने की अपील की. अधिकारियों के समझाने के बाद भी परिवार वाले पुलिस को ना जाने दिए.