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India Daily

हेमंत की गिरफ्तारी के बाद एक या दो नहीं बल्कि CM पद के लिए चार नाम! जानें लिस्ट में कौन-कौन शामिल?

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अगर गिरफ्तार किया जाता है, तो अगले मुख्यमंत्री के लिए एक दो नहीं बल्कि चार नाम चर्चा में है. सूत्रों के मुताबिक, सत्तारूढ़ गठबंधन के पास दो समर्थन पत्र हैं. कहा जा रहा है कि पहले में कल्पना सोरेन, जबकि दूसरे में चंपई सोरेन का नाम है. इसके अलावा भी दो अन्य नाम संभावित मुख्यमंत्री की रेस में है.

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Edited By: Om Pratap
If Hemant Soren arrested four names for CM post

हाइलाइट्स

  • हेमंत के छोटे भाई बसंत ने कल्पना की दावेदारी का किया विरोध
  • झामुमो के संरक्षक शिबू सोरेन भी बसंत सोरेन के समर्थन में

If Hemant Soren arrested four names for CM post: झारखंड में अगले कुछ घंटे में कुछ बड़ा होने वाला है? ये सवाल इसलिए क्योंकि कई मीडिया रिपोर्ट्स में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की आशंका जताई गई है. अगर ऐसा होता है तो फिर राज्य में नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है. कहा जा रहा है कि फिलहाल, सत्तारूढ़ गठबंधन के पास दो समर्थन पत्र है. एक में मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन, जबकि दूसरे में झारखंड मुक्ति मोर्चा के सीनियर नेता चंपई सोरेन का नाम है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक बैठक के दौरान दो कोरे कागजों पर झामुमो विधायकों के हस्ताक्षर ले लिये थे. मामले से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, ये दस्तावेज दो संभावित उम्मीदवारों (कल्पना सोरेन और चंपई सोरेन) के समर्थन पत्र हैं, जिनमें से एक को हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की स्थिति में राज्यपाल को प्रस्तुत किया जा सकता है.

कल्पना और चंपई के अलावा ये नाम भी रेस में शामिल

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन और भाभी सीता सोरेन ने कल्पना सोरेन की दावेदारी का विरोध किया है. हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन और भाभी सीता सोरेन को झामुमो के 18 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. बताया जाता है कि पार्टी संरक्षक शिबू सोरेन भी बसंत सोरेन के दावे का समर्थन कर रहे हैं.

बता दें कि फिलहाल, 81 झारखंड विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की संख्या 49 है. इसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के 29, कांग्रेस के 16, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के एक, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी), सीपीआई (एमएल) के और राष्ट्रीय जनता दल के एक-एक विधायक शामिल हैं.

संक्षेप में जानें पूरा घटनाक्रम

ये पूरा घटनाक्रम तब शुरू हुआ जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भूमि धोखाधड़ी मामले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में पूछताछ के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री के घर पहुंची. हेमंत सोरेन सत्तारूढ़ झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं. रविवार को ईडी को एक ईमेल में, हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार के कामकाज को बाधित करने के लिए उसके कार्य राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित थे. मेल में दावा किया गया था कि 31 जनवरी या उससे पहले अपना बयान फिर से दर्ज करने का आग्रह दुर्भावनापूर्ण था.

इससे पहले जांच एजेंसी ने सोमवार को दिल्ली में उनके घर पर तलाशी अभियान के दौरान 36 लाख रुपये, एक एसयूवी और कुछ दस्तावेज जब्त किए. उधर, ईडी के अधिकारियों ने कहा कि हेमंत सोरेन से झारखंड में माफिया द्वारा भूमि के स्वामित्व को अवैध रूप से बदलने के एक बड़े रैकेट की जांच के तहत पूछताछ की जा रही है.