उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मेरठ के युवक द्वारा खुद के धर्मांतरण का षड़यंत्र रचकर हिंदू युवती से शादी करने और बाद में बच्चे का सुन्नत कराके अपने धर्म के हिसाब से नाम रखने का मामला अब सामने आया है. एक युवती की मां के शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और धर्म परिवर्तन का मुकदमा दर्ज किया है.
उसने आर्य समाज मंदिर और हिंदू महासभा के जरिए एक ही दिन में अपना धर्म परिवर्तन किया और उनकी बेटी से शादी करके पंजीकरण करा दिया. जबकि हिंदू विशेष विवाह अधिनियम के तहत अगर दो धर्म के युवक युवती के बीच विवाह होता है तो उसमें दोनों के माता-पिता को सूचित करना जरूरी रहता है लेकिन इस केस में ऐसा नहीं किया गया. महिला का कहना है कि उन्होंने अपनी बेटी को धोखे में रखकर फर्जी शादी करने के संबंध में गाजियाबाद में FIR दर्ज कराई लेकिन पुलिस ने अंतिम रिपोर्ट लगाकर केस खत्म कर दिया.
महिला के मुताबिक उनकी बेटी ने वर्ष 2021 में एक बेटे को जन्म दिया था, जिसका अब्दुर्रहमान ने सुन्नत कराया और उसका नाम अली रख दिया है. महिला ने कहा अब उनकी बेटी और अब्दुर्रहमान मेरठ में लड़के के धर्म के मुताबिक रह रहे हैं.
लड़की की मां ने कहा, 'मेरी बेटी देखने में काफी सुंदर और समझदार थी. अब्दुर्रहमान ने मेरी बेटी को जाल में फंसाने की कोशिश की जब नहीं आई उसके बातों में तो उसने उसके फ्लैट में आग लगा दी. जिससे उनकी 28 फीसदी जल गई थी. यह सब जानकारी पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. अब्दुर्रहमान ने ऐसा इसलिए किया ताकि उनकी बेटी किसी और से शादी न कर सके'.
महिला का कहना है कि उनकी बेटी को अब्दुर्रहमान ने लव जिहाद में फंसाया है. महिला का आरोप है कि उन्होंने पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थक हार कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगानी पड़ी, तब जाकर केस दर्ज हुआ. डीसीपी सिटी राजेश कुमार का कहना है कि महिला की शिकायत के आधार पर शाहजहांपुर मोहल्ला रंगरेजन मवाना मेरठ निवासी अब्दुर्रहमान के खिलाफ धोखाधड़ी और उत्तर प्रदेश विधि विरूद्व धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जा रही है.