Delhi Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव के शुरुआती रुझानों के बीच शिवसेना (UBT) ने शनिवार को बड़ा बयान दिया. पार्टी के नेता संजय राउत ने कहा कि अगर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) एक साथ बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ते, तो रिजल्ट अलग हो सकते थे. राउत ने कहा, "शुरुआती रुझानों में कड़ा कॉम्पेटीशन देखने को मिल रहा है. अगर कांग्रेस और AAP एक साथ होते, तो रिजल्ट शायद अलग होते.”
आगे कहा, “दोनों पार्टियों का मुख्य पॉलिटिकल कॉम्पेटीटर बीजेपी है. दोनों ने बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए चुनाव लड़ा, लेकिन वे अलग-अलग लड़े. अगर वे एकजुट होते तो भाजपा की हार पहले घंटे में सुनिश्चित हो जाती."
शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने दिल्ली चुनाव में कोई सक्रिय प्रचार नहीं किया, क्योंकि पार्टी ने चुनावों में तटस्थ रहने का फैसला लिया था. इस पर संजय राउत ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के चुनावों की तरह दिल्ली में भी मतदाताओं के साथ धोखाधड़ी की गई है और चुनाव आयोग ने इस मामले में आंखें मूंद ली हैं. राउत ने दिल्ली चुनाव में बीजेपी की संभावित जीत को लेकर अपनी चिंता जताते हुए कहा कि अगर विपक्षी पार्टियां एकजुट होतीं, तो बीजेपी को हराना ज्यादा आसान होता.
इससे पहले शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने यह भी कहा, "दिल्ली में 5 साल केजरीवाल सरकार को इन्होंने(भाजपा) काम करने नहीं दिया, गुजरात से लाए उपराज्यपाल के हाथ में सभी ताकत दे दी... आम आदमी पार्टी के नेताओं को इन्होंने जेल में डाल दिया... ये फॉर्मूला इन्होंने महाराष्ट्र, दिल्ली में अपनाया अब बिहार का चुनाव है शायद उसमें भी यही करें... यह महाराष्ट्र पैटर्न है कि नेतृत्व को खत्म करो... यही महाराष्ट्र, हरियाणा में हुआ..."