Arvind Kejriwal: कोई समस्या आती है तो...अरविंद केजरीवाल ने उमर अब्दुल्ला को दी सलाह

Arvind Kejriwal: अरविंद केजरीवाल ने उमर अब्दुल्ला को सलाह दी है. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने डोडा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली की तरह जम्मू-कश्मीर को भी आधा राज्य बना दिया गया है, सारी शक्तियां उपराज्यपाल को दे दी गई हैं. मैं उमर अब्दुल्ला से कहना चाहूंगा कि अगर आपको काम करने में कोई समस्या आती है तो मुझसे पूछें, मैं जानता हूं कि दिल्ली कैसे चलानी है.

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Gyanendra Sharma

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के भावी मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को सलाह दी कि अगर उन्हें केंद्र शासित प्रदेश को चलाने में कोई समस्या आती है तो वे उनकी मदद लें. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने डोडा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली की तरह जम्मू-कश्मीर को भी आधा राज्य बना दिया गया है, सारी शक्तियां उपराज्यपाल को दे दी गई हैं. मैं उमर अब्दुल्ला से कहना चाहूंगा कि अगर आपको काम करने में कोई समस्या आती है तो मुझसे पूछें, मैं जानता हूं कि दिल्ली कैसे चलानी है. आप ने केंद्र शासित प्रदेश में उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन को समर्थन दिया है.

केजरीवाल ने कहा कि चूंकि आप ने उमर अब्दुल्ला सरकार का समर्थन किया है, मुझे उम्मीद है कि हमारे मेहराज मलिक (आप विधायक) को उमर अब्दुल्ला की सरकार में जिम्मेदारी दी जाएगी. 8 अक्टूबर को आप उम्मीदवार मेहराज मलिक ने डोडा में भाजपा के गजय सिंह राणा को 4,538 से अधिक मतों से हराकर जम्मू-कश्मीर चुनावों में पार्टी की पहली जीत दर्ज की.
जिला विकास परिषद (डीडीसी) के सदस्य मलिक को 23,228 वोट मिले, जबकि भाजपा के गजय सिंह राणा को 18,690 वोट मिले.

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मंत्री खालिद नजीब सुहरवर्दी और डीपीएपी नेता अब्दुल मजीद वानी को 13,334 और 10,027 वोट मिले. कांग्रेस उम्मीदवार शेख रियाज अहमद 4,170 वोट पाकर पांचवें स्थान पर खिसक गए.

जम्मू-कश्मीर में नई सरकार कब शपथ लेगी?

पिछले हफ़्ते उमर अब्दुल्ला को विधायक दल का नेता चुना गया था . उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की और केंद्र शासित प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश किया. उन्होंने पार्टी को मिले समर्थन पत्र सौंपे. अब्दुल्ला ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह संभवत: मंगलवार (15 अक्टूबर) या बुधवार (16 अक्टूबर) को हो सकता है, क्योंकि एलजी ने बताया है कि कागजी कार्रवाई पूरी होने में 2-3 दिन लग सकते हैं. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन सत्ता में आया है. गठबंधन ने 48 सीटें जीतीं, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन को सत्ता में पहुंचाया, जबकि कांग्रेस केवल छह सीटें जीत सकी.