'मैट्रिक्स के साथ जवाब दूंगा..,' राहुल गांधी के आरोपों पर ECI की प्रतिक्रिया

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव को लेकर चुनाव आयोग पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद चुनाव आयोग की ओर से LOP द्वारा किए गए सवालों पर प्रतिक्रिया दी गई है.

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ECI Reply on Lop Statement: LOP और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव को लेकर कई सवाल उठाए. जिसके बाद अब चुनाव आयोग ने भी कांग्रेस नेता द्वारा लगाए गए आरोपों का पलटवार किया है.

राहुल गांधी और उनके गठबंधन के पार्टियों द्वारा लगाए गए आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि वह पूरे देश में समान रूप से अपनाए गए पूर्ण तथ्यात्मक और प्रक्रियात्मक मैट्रिक्स के साथ लिखित रूप में जवाब देगा.

चुनाव आयोग का जवाब 

चुनाव आयोग ने अपने बयान में राहुल गांधी द्वारा उठाए गए सवालों को लेकर कहा कि वह राजनीतिक दलों को प्राथमिकता वाले हितधारक मानता है. ECI द्वारा कहा गया कि बेशक मतदाता सबसे प्रमुख हैं लेकिन वह राजनीतिक दलों से आने वाले विचारों, सुझावों, सवालों को गहराई से महत्व देता है. चुनाव आयुक्त ने कहा कि आयोग पूरे देश में समान रूप से अपनाए गए पूर्ण तथ्यात्मक और प्रक्रियात्मक मैट्रिक्स के साथ लिखित रूप में जवाब देगा.

राहुल गांधी का आरोप 

राहुल गांधी ने शिवसेना सांसद संजय राउत और एनसीपी-एससीपी सांसद सुप्रिया सुले के साथ मिलकर दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन कल्ब में ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र चुनाव और लोकसभा चुनाव के दौरान अचानक मतदाताओं की संख्या बढ़ने को लेकर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि 2019 से 2024 के दौरान महाराष्ट्र में 32 लाख मतदाता थे. वहीं महज पांच महीनों के अंदर 39 मतदाता हो गए. इसी के साथ उन्होंने महाराष्ट्र में मतदाताओं की संख्या राज्य के वयस्क आबादी से भी ज़्यादा बताया हैं.

पांच महीने में कहां से आए इतने मतदाता?

राहुल गांधी ने इस पूरे मुद्दें पर बयान जारी करते हुए कहा कि 'हम भारत के लोगों के ध्यान में महाराष्ट्र चुनाव के बारे में मिली कुछ जानकारी लाना चाहते हैं. हमने मतदाता सूचियों, मतदान पैटर्न का विस्तार से अध्ययन किया है और हमारे पास कुछ समय से इस पर काम करने वाली एक टीम है. हमें कई अनियमितताएं मिली हैं. विधानसभा 2019 और लोकसभा 2024 के चुनावों के बीच पांच वर्षों में महाराष्ट्र में मतदाता सूची में 32 लाख मतदाता जोड़े गए. हालांकि लोकसभा 2024 और विधानसभा 2024 के बीच पांच महीनों की अवधि में महाराष्ट्र में 39 लाख नए मतदाता जोड़े गए. सवाल यह है कि लोकसभा चुनाव के बाद पांच महीनों में पांच साल पहले की तुलना में अधिक मतदाता क्यों जोड़े गए. ये 39 लाख लोग कौन हैं?'