'मुझे कांग्रेस के लोगों ने ही हराया, AAP के विधायकों ने साथ नहीं दिया...', चुनावी हार पर खुलकर बोले उदित राज

Udit Raj: उत्तर-पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे उदित राज ने कहा है कि चुनाव में कांग्रेस के नेताओं ने ही उन्हें हरा दिया. उन्हें गठबंधन सहयोगी आम आदमी पार्टी को भी लपेटा है और कहा है कि AAP के विधायकों को डर था कि अगर एक बार कांग्रेस जीत गई तो ये लोग दोबारा नहीं जीत पाएंगे. बता दें कि उदित राज इसी सीट पर सांसद रहे हैं लेकिन इस बार उन्हें कामयाबी नहीं मिली और वह योगेंद्र चंदोलिया से चुनाव हार गए.

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कांग्रेस नेता उदित राज इस बार लोकसभा चुनाव में उतरे थे. दिल्ली की उत्तर पश्चिमी सीट से 2014 से 2019 तक सांसद रहे उदित राज को इस बार कामयाबी नहीं मिली. उन्हें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के योगेंद्र चंदोलिया ने चुनाव हरा दिया. अब उदित राज ने इस हार का ठीकरा अपनी ही पार्टी कांग्रेस, उसकी भितरघात और गठबंधन सहयोगी रही आम आदमी पार्टी (AAP) पर फोड़ा है. उदित राज ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने उदित राज को एंटी-ब्राह्मण और एंटी जाट बताने वाला कैंपेन सोशल मीडिया पर चलाया. उनका कहना है कि कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ही उन्हें बाहरी बताया.

उत्तर पश्चिमी सीट पर उदित राज को इस बार कुल 5.75 लाख वोट मिले और वह योगेंद्र चंदोलिया से 2.9 लाख वोटों से चुनाव हार गए. हालांकि, उदित राज का दावा है, 'बीजेपी के आंतरिक सर्वे में यह आया था कि मैं चुनाव जीत सकता हूं. मेरी पीठ में मेरी ही पार्टी के लोगों ने छूरा घोंपा.' उन्होंने कांग्रेस की रणनीति पर भी सवाल उठाए कि AAP ने फरवरी में कैंडिडेट के नाम का ऐलान कर दिया था जबकि उस समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हीला-हवाली करते रहे और अप्रैल में जाकर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया.

AAP पर भी भड़के उदित राज

उदित राज आगे कहते हैं, 'आखिर में AAP के विधायकों ने सहमति बनाई कि अगर हाथ के पंजे पर एक बार वोट चढ़ गया तो उतरेगा नहीं यानी विधानसभा में झाड़ू पर वोट नहीं मिलेगा. इन विधायकों ने न तो अपनी पार्टी का ध्यान दिया और न ही इंडिया गठबंधन का. दूसरी बात, आंतरिक रूप से लगातार दो महीने से मेरे खिलाफ कुछ लोगों ने मुझे ब्राह्मण विरोधी और जाट विरोधी बताने का कैंपेन चलाया और मुझे बाहरी बताया. मैं कहता रहा लेकिन उनके खिलाफ एक्शन नहीं लिया गया. अब चुनाव के बाद उन्हीं के हाथ में फिर से कमान आ गई. जो चुनाव हराए, वही संगठन को फिर से चलाए. दिल्ली में कई कांग्रेस है. लोकल की अलग कांग्रेस है. राहुल जी, खरगे जी की अलग कांग्रेस है.'

स्थानीय नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए उदित राज ने कहा, 'इन लोगों ने राहुल जी के प्रयासों को इन लोगों ने बर्बाद करेगा. इन लोगों का काम ही है कि जो भी लोकसभा का चुनाव लड़ेगा उसका विरोध करना है. इसके बावजूद ये लोग लगातार प्रमोट हो रहे हैं. मैं किसी का नाम नहीं ले सकता लेकिन मुझे दुख है कि मुझे हराया गया. 5 साल तक मैंने खुद को न्योछावर कर दिया. सट्टा बाजार में भी मुझे जीता हुआ दिखाया गया था.'