'कम से कम मुझे तो CM नहीं ही बनना है...', महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के चेहरे पर आया शरद पवार का जवाब
Sharad Pawar: महाराष्ट्र चुनाव से पहले सीएम फेस को लेकर हो रही खींचतान के बीच शरद पवार ने कहा है कि उनकी पार्टी की ओर से वह खुद या कोई अन्य नेता सीएम पद का दावेदार नहीं है और न ही उनकी पार्टी किसी का नाम नहीं बढ़ाने वाली है. शरद पवार ने कहा कि उनका मकसद राज्य में सरकार बदलने का है, सीएम फेस कौन होगा यह उनके लिए मुद्दा ही नहीं है.
महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव से पहले महा विकास अघाड़ी में मुख्यमंत्री के पद को लेकर खींचतान दिख रही है. इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के मुखिया शरद पवार ने बड़ी रोचक बात कही है. उनका कहना है कि एनसीपी (SCP) से कोई सीएम फेस नहीं होगा. शरद पवार ने यह भी कहा कि कम से कम वह तो सीएम पद की रेस में नहीं ही हैं. इससे पहले शिवसेना (UBT) के मुखिया उद्धव ठाकरे ने कहा था कि चुनाव से पहले ही मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला कर लिया जाना चाहिए. कुछ दिनों पहले हुई महा विकास अघाड़ी के पदाधिकारियों की बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा था कि चुनाव से पहले ही इसको लेकर फैसला करना होगा.
दरअसल, कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सीएम के नाम को लेकर कुछ ऐसी बातें कही थीं जिसको लेकर कांग्रेस और शिवसेना (UBT) आमने-सामने आ गई थीं. रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के कुछ नेता नहीं चाहते हैं कि उद्धव ठाकरे का नाम सीएम के तौर पर बढ़ाया जाए. वहीं, शिवसेना (UBT) चाहती है कि उद्धव ठाकरे के नाम का ऐलान कर दिया जाए और उनके नाम पर ही चुनाव लड़ा जाए. हालांकि, उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा था कि किसी का भी नाम तय कर लिया जाए, वह उसका समर्थन करेंगे.
'मुझे सिर्फ सरकार बदलनी है...'
अब सीएम पद को लेकर पूछे गए सवाल पर शरद पवार ने कहा है, 'जहां तक मेरी पार्टी का सवाल है, मेरी पार्टी से कोई इंटरेस्टेड नहीं है. हम किसी को भी सीएम फेस के तौर पर प्रोजेक्ट नहीं कर रहे हैं. हम सिर्फ सरकार बदलना चाहते हैं क्योंकि हम राज्य में गुड गवर्नेंस लाना चाहते हैं. ऐसे में कौन सीएम फेस होगा और कौन होगा यह मेरे लिए कोई सवाल ही नहीं है. कम से कम मैं तो सीएम फेस नहीं ही बनूंगा.' शरद पवार की इन बातों से उद्धव ठाकरे जरूर खुश हो सकते हैं.
हाल ही में केंद्र सरकार ने शरद पवार को Z+ सिक्योरिटी दी थी. इस पर शरद पवार ने कहा है कि शायद उनके बारे में सूचनाएं इकट्ठा करने के लिए ऐसा कदम उठाया गया है. बता दें कि महाराष्ट्र में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. लोकसभा चुनाव की तरह ही शिवसेना (UBT), एनसीपी (शरद पवार) और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ने जा रही है.