Hyderabad Sudhakar Reddy Murder Case: जुर्म की दुनिया में कदम रखने वाला एक न एक दिन कानून की गिरफ्त में आ ही जाता है. जुर्म अंजाम देते वक्त उसे लगता कि उसने कोई भी सबूत नहीं छोड़ा लेकिन गलती से वो कोई न कोई गलती कर बैठता है. कुछ ऐसी ही गलती साल 2017 में एक पत्नी ने अपने पति को रास्ते से हटाने के लिए की थी. उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति को मौत की नींद सुला दी. इसके बाद प्रेमी को पति की शक्ल देने के लिए एक काली चाल चली. लेकिन ये उसकी ये चाल ज्यादा दिन तक चल नहीं पाई. दोनों ने एक ऐसा सबूत छोड़ दिया था, जिसने उन्हें नकाब कर दिया. इस घटना में जिस तरह से पत्नी ने अपने पति को मौत के घाट उतारा. ठीक यह कहानी नेटफ्लिक्स पर जनवरी 2024 में आई मनोज बाजपेयी की वेब सीरीज किलर सूप की है. आप इस सीरीज को देंखे आपको पूरी कहानी क्लियर हो जाएगी.
पति का दूर रहना नागवार
पत्नी का नाम स्वाति रेड्डी था. उसके पति का नाम सुधाकर रेड्डी थी. उनके दो बच्चे थे. सुधाकर अपनी पत्नी को बहुत प्यार करता था. लेकिन काम के सिलसिले में उसे कभी-कभी घर से बाहर भी जाना पड़ता था. 27 साल की स्वाति को ये बात बहुत खनकती थी. उम्र के इस पड़ाव में वह हर एक पल अपने पति के साथ बिताना चाहती था. लेकिन पति का काम ऐसा था कि उसे समय-समय पर शहर से बाहर जाना पड़ता था.
पति-पत्नी के बीच में आया वो
स्वाति को पति के न रहने से अकेलापन महसूस हो रहा था. उसके अकेलेपन को दूर करने के लिए उसके जीवन राजेश रेड्डी नाम का शख्स आता है. पति के बाहर रहने की वजह से दोनों के बीच मुलाकातें होने लगती है. बातें होती है और फिर स्वाति खुद को पूरी तरह से राजेश को सौंप देती हैं. दोनों एक दूसरे के बेइंतहा मोहब्बत करने लगते हैं. इस नई मोहब्बत के रास्ते में अब स्वाति का पति सुधाकर रोड़ बनने लगा था. उसे कुछ मालूम भी नहीं था उसकी पत्नी उसे क्या गुल खिला रही है.
प्रेमी के साथ मिलकर पति को उतारा मौत के घाट
इधर स्वाति अपनी प्रेमी राजेश के साथ मिलकर सुधाकर को इस दुनिया से ही अलविदा करने में लगे थे. दोनों ने भयंकर प्लान बनाया. प्लान था कि वो सुधाकर को बेहोशी का इंजेक्शन देकर उसे मौत के घाट उतार देंगे. प्लान के मुताबिक दोनों ने वैसे ही किया.
सुधाकर की हत्या करने के बाद उसकी डेड बॉडी को स्वाति और राजेश ने हैदराबाद के महबूबनगर के जंगल में जाकर जलाकर राख कर दिया. दोनों के प्यार के बीच का कांटा अब खत्म हो चुका था.
स्वाति ने राजेश के चेहरे पर डाला तेजाब
स्वाति और राजेश एक नई चाल चलते हैं. स्वाति, राजेश को सुधाकर बनाने के लिए उसके चेहरे पर तेजाब डलाती है ताकि घरवालों को ये एहसास दिलाया जा सके कि सुधाकर का चेहरा बदल गया है.
सब कुछ प्लान के मुताबिक हुआ. 28 नवंबर 2017 को स्वाति ने राजेश के चेहरे पर एसिड डाला. इसके बाद हॉस्पिटल में उसके चेहरे की सर्जरी हुई. स्वाति ने सुधाकर के माता-पिता को बताया कि सुधाकर के ऊपर किसी ने तेजाब डाल दिया है.
माता-पिता को हुआ था शक
राजेश को वह सुधाकर बनाने में कामयाब रही. घरवालों को यकीन भी हो गया था कि सुधाकर के चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी होने से उसके चेहरे में थोड़ा बदलाव आया है.
सब कुछ सही था लेकिन सुधाकर के माता-पिता को यकीन नहीं हो रहा था. राजेश को सुधाकर की पुरानी बातें भी नहीं याद दी थी.
शक यकीन में बदल गया
एक दिन राजेश को कोई रिश्तेदार नॉनवेज सूप पिला रहा था. तभी उसने बोल दिया कि वह प्योर वेजिटेरियन है. यहीं से शक की सुई घूमी. माता-पिता समेत कई रिश्तेदार हॉस्पिटल पहुंचे. सभी ने राजेश से उन बातों को जिक्र किया जो बातें सिर्फ उन्हीं के बीच हुई थी. सुधाकर का वेष धारण कर बैठा राजेश अपने रिश्तेदारों की बातों को गोल मटोल घुमाने लगा.
सुधाकर के माता-पिता ने पुलिस स्टेशन पर जाकर पुलिस को पूरी कहानी बताई. पुलिस अभी तक इस एंगल से मामले की जांच कर रही थी आखिर सुधाकर पर तेजाब किसने डाला. लेकिन मामला पूरा पलट चुका था.
पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए राजेश के फिंगर प्रिंट ले लिया. और उसके बाद जब उस फिंगर प्रिंट को आधार कार्ड से मिलान कराया गया तो पता चला कि जो सुधाकर की गद्दी पर राजेश रेड्डी नाम का शख्स बैठा है.
इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो उसमें दिखा कि स्वाति, राजेश के चेहरे पर एसिड डालती हुई दिख रही है. इसके बाद पुलिस ने 10 दिसंबर, 2017 को स्वाति को गिरफ्तार किया. उससे पूछताछ की तो स्वाति ने डर के मारे गुनाह कबूल कर लिया. कुछ दिनों बाद पुलिस ने राजेश को भी गिरफ्तार कर लिया.
वर्तमान समय में स्वाति और राजेश रेड्डी जेल की सलाखों के पीछे अपनी गुनाहों की सजा काट रहे हैं. इस कहानी एक बार फिर से उस बात को दोहरा दिया है कि कातिल कितना भी शातिर क्यों न हो वह जुर्म करते वक्त कोई न कोई सबूत छोड़ ही देता है.
इस कहानी को और अच्छे से समझने के लिए मनोज बाजपेयी की वेब सीरीज किलर सूप को देख सकते हैं.