Kerala News: केरल से एक रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक महिला (36) और उसके नवजात बच्चे की उसके पति की लापरवाही की वजह से मौत हो गई. जब आपको पता चलेगा कि उसके पति ने ऐसा क्या कर दिया तो आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी.
दरअसल, हुआ ये कि महिला अपने बच्चे को जन्म देने वाली थी लेकिन उसका पति महिला को कथित तौर पर हॉस्पिटल ले जाने के बजाय यूट्यूब पर प्रसव संबंधी तकनीक खोजने लगा और इसी दौरान महिला और उसके नवजात बच्चे ने दम तोड़ दिया.
पुलिस ने पति को किया गिरफ्तार, परिवार-पूर्व पत्नी भी शक के घेरे में
यह पूरी मामला तिरुवनंतपुरम के नेमोम इलाके का है. बुधवार को पुलिस ने महिला के पति नायस हत्या के आरोप में और आईपीसी की धारा 315 (बच्चे को जीवित पैदा होने से रोकने या उसके जन्म के बाद उसको मारने के इरादे से किया गया कार्य) के तहत गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि इस मामले में शख्स की पूर्व पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों की मिलीभगत की भी जांच की जा रही है.
स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि शमीरा बीवी जो इससे पहले सिजेरियन के जरिए तीन बच्चों को जन्म दे चुकी थी, को मंगलवार को शाम साढ़े पांच बजे लेबर पेन हुआ था, इस दौरान उसे अत्यधिक ब्लीडिंग हो रही थी. इस दौरान नयास की पहली जो पिछले दो हफ्तों से उनके घर में ठहरी हुई थी ने खुद बच्चा जनने की कोशिश की लेकिन वो असफल रही और जब शमीरा कोमा में चली गई तब जाकर नयास ने एंबुलेंस मंगाई और और उसे अस्पताल लेकर भागा जहां डॉक्टरों ने महिला और उसके नवजात बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
सीजेरियन से तीन बच्चे पैदा कर चुकी थी महिला
इस पूरी घटना को लेकर तिरुवनंतपुरम नगर निगम की पार्षद यू दीपिका ने कहा कि नायस नहीं चाहता था कि उसकी पत्नी को आधुनिक चिकित्सा दी जाए. जब आशा कर्मियों ने उसके परिवार से संपर्क किया तो नायस ने उन्हें अपनी पत्नी से मिलने नहीं दिया. उसने कहा कि यूट्यूब वीडियोज के आधार पर घर में ही बच्चे का प्रसव कराया जा सकता है और चूंकि महिला के इससे पहले तीन बार सीजेरियन से बच्चे हुए थे इसलिए उसके पति से कहा गया था बच्चे की नॉर्मल डिलीवरी संभव नहीं है, लेकिन नायस नहीं माना और उसने अपनी पत्नी का उपचार नहीं होने दिया. उन्होंने बताया कि गर्भवती महिला अस्पताल जाना चाहती थी लेकिन वह अपने पति से डरी हुई थी. उसने बात नहीं मानने पर अपनी पत्नी को छोड़ने की धमकी दी थी.
क्या बोलीं स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज
वहीं इस पूरे मामले पर स्वास्थ मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि जो भी हुआ वह एक गंभीर अपराध है. जब महिला गर्भवती थी तो जिला चिकित्सा ऑफिस के एक डॉक्टर ने उनसे मुलाकात की थी और संस्थागत देखभाल पर जोर दिया था लेकिन दंपति एक्यूपेंचर ट्रीटमेंट ले रहे थे. पति ने अपनी पत्नी और बच्चे को मौत के घाट उतार दिया. यह एक हैरान कर देने वाली घटना है और हत्या है. ऐसा केरल में नहीं होना चाहिए, जहां लोग स्वास्थ्य सेवाएं लेने के इच्छुक हैं.