जेल से कैसे गिरोह चलाता है कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, जानें

एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने एक बार फिर से गैंगवार और अंडरवर्ल्ड का डर पैदा कर दिया है.

@WokePandemic
India Daily Live

Lawrence Bishnoi: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने एक बार फिर से गैंगवार और अंडरवर्ल्ड का डर पैदा कर दिया है. अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम, छोटा राजन और अबू सलेम ने नेतृत्व में 1970 के दशक के अंत से लगभग तीन दशकों तक मुंबई में जमकर गैंगवार हुआ. अब उसी गैंगवार को बिश्नोई गैंग फिर से जीवित करने की कोशिश कर रहा है. गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) लॉरेंस बिश्नोई गुजरात की साबरमती जेल में बंद है और जेल से ही पूरे गैंग को ऑपरेट कर रहा है. आप सोच रह होंगे कि जेल में रहते यह कैसे संभव है? लेकिन ऐसा हो रहा है.

कौन हैं बिश्नोई गैंग के प्रमुख सदस्य
पंजाब के फाजिल्का से गैंगस्टर से नेता बने जसविंदर सिंह उर्फ रॉकी बिश्नोई के गिरोह में शामिल हो गया. उसने छात्र राजनीति की आड़ में राजस्थान-पंजाब की सीमा पर स्थित श्रीगंगानगर और भरतपुर जैसे शहरों में बिश्नोई गैंग के अभियान को अंजाम तक पहुंचाने में मदद की. मई 2020 में हिमाचल प्रदेश में प्रदिद्वंद्वी गिरोह के सदस्य जयपाल भुल्लर ने रॉकी की हत्या कर दी थी.

700 से अधिक शूटर
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के मुताबिक, बिश्नोई गैंग में 5 राज्यों से 700 से अधिक शूटर हैं, जिनमें से कम से कम 300 शूटर पंजाब से हैं.

बिश्नोई गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया से जुड़ा हुआ है  और संपत नेहरा और हरियाणा का गैंगस्टर काला जठेड़ी उसके दोस्त हैं. गोल्डी बरार उसके करीबी दोस्तों में शामिल है, जो जमीनी स्तर पर उसकी गतिविधियों को अंजाम देता है और शूटर्स से बात करता है. उसका भाई अनमोल बिश्नोई गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल था.