कैसे काम करता है EVM, क्या OTP की पड़ती है जरूरत? सारे सवालों के जवाब जान लीजिए
EVM में धांधली की बातें नई नहीं है. जब भारतीय जनता पार्टी विपक्ष में थी, तब भी ईवीएम में धांधली के दावे, लाल कृष्ण आडवाणी जैसे नेताओं ने किया है. महाराष्ट्र के एक मामले की वजह से विपक्षी नेताओं ने सवाल उठाए हैं कि ईवीएम की कार्यप्रणाली संदिग्ध हैं. इस विवाद में एलन मस्क भी कूद पड़े हैं. क्या इसे हैक किया जा सकता है, क्या यहां ओटीपी फ्रॉड हो सकता है, आइए जानते हैं आपके हर सवाल का जवाब.
EVM में धांधली की बातें नई नहीं है. जब भारतीय जनता पार्टी विपक्ष में थी, तब भी ईवीएम में धांधली के दावे, लाल कृष्ण आडवाणी जैसे नेताओं ने किया है. महाराष्ट्र के एक मामले की वजह से विपक्षी नेताओं ने सवाल उठाए हैं कि ईवीएम की कार्यप्रणाली संदिग्ध हैं. इस विवाद में एलन मस्क भी कूद पड़े हैं. क्या इसे हैक किया जा सकता है, क्या यहां ओटीपी फ्रॉड हो सकता है, आइए जानते हैं आपके हर सवाल का जवाब.
EVM के बुरे दिन चल रहे हैं. भारत जैसे बड़े लोकतांत्रित देश में जनादेश लाने के बाद भी ईवीएम पर सवाल उठ रहे हैं. स्पेस एक्स के CEO एलन मस्क से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी तक इस पर सवाल उठा चुके हैं. राहुल गांधी ने तो यहां तक कह दिया है कि यह ब्लैक ब्लॉक्स है, जिसमें झांकने का हक किसी को भी नहीं है. महाराष्ट्र में सामने आए एक केस के बाद ईवीएम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
ईवीएम को लेकर बहस छिड़ी है कि इसे लेकर ओटीपी फ्रॉड हो सकता है. कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या ईवीएम हैक हो सकती है. चुनाव आयोग को आए दिन सफाई पेश करनी पड़ रही है कि ईवीएम में हैकिंग हो ही नहीं सकती. ईवीएम पर इतने सवाल उठे हैं कि आम आदमी भी इसे लेकर शंका में पड़ गया है. आइए जानते हैं क्या है इन दावों की सच्चाई.
कैसे काम करता है EVM?
ईवीएम में कंट्रोल यूनिट और बैलेटिंग यूनिट, दो हिस्से होते हैं. दोनों को एक केबल से कनेक्ट किया जाता है. ईवीएम की कंट्रोल यूनिट पोलिंग अधिकारी के पास होती है. बैलेटिंग यूनिट को वोटिंग कम्पार्टमेंट में रखा जाता है. यहीं वोट भी डाला जाता है. मतदान की गोपनीयता के लिए बैलेटिंग यूनिट को घेरकर रखा जाता है. पोलिंग बूथ पर पोलिंग अधिकारी आपकी पहचान चेक करता है, फिर बैलेट बटन प्रेस करता है, जिससे आप वोटिंग कर सकते हैं. बैलेट यूनिट पर उम्मीदवारों के नाम और चुनाव चिह्न लगे होते हैं. अपनी पसंद के आंधार पर इसी बटन से आप अपने चहेते उम्मीदवार को वोट दे सकते हैं.
पोलिंग अधिकारी के पास जो कंट्रोल यूनिट होता है, उसमें एक बैलेट नाम का बटन होता है. जब इस बटन को प्रेस किया जाता है तो एक इंगेज्ड सिग्नल वाली लाल बत्ती जलती है. कंट्रोल यूनिट काम करने के लिए तैयार है, यह इसी का इशारा है. वोटर जिस जगह पर है, वहां बैलेट यूनिट पर एक हरी बत्ती जलती है. इसका मतलब है कि वोटर, अब वोड डाल सकता है. इसके बाद मतदाता अपनी पसंद के उम्मीदवार के नाम के बगल में बटन दबाता है.
जैसे ही वोट पड़ता है, कंट्रोल यूनिट से बीप की आवाज निकलती है. यह बताता है कि वोट पड़ गया है. कंट्रोल यूनिट में एक LED स्क्रीन और बटन भी होते हैं, जिनके इस्तेमाल से उस पर दर्ज कुल वोटों की संख्या देखी जा सकती है. सभी वोट दर्ज होने के बाद, मतदान अधिकारी कंट्रोल यूनिट के किनारे एक बटन दबाता है, जिससे मशीन सील हो जाती है. एक 'क्लियर' बटन भी होता है, जिसका इस्तेमाल कंट्रोल यूनिट से सारा डेटा मिटाने के लिए किया जा सकता है. इसे फोन से लॉक या अनलॉक भी नहीं किया जा सकता है. इस डिवाइस को स्टैंड अलोन डिवाइस कहते हैं. न तो इसकी प्रोग्रामिंग बाहर से हो सकती है, न ही इसे डिकोड किया जा सकता है. ईवीएम निर्माण भी बेहद पारदर्शी तरीके से होता है.
क्या हैक हो सकता है EVM, OTP फ्रॉड की बात कितनी सही?
EVM अभी तक इंटरनेट कनेक्टेड डिवाइस नहीं है. इसमें अभी किसी तरह की सेंध नहीं लगाई जा सकती है. चुनाव आयोग ने इसे बार-बार खारिज किया है. ईवीएम न तो ब्लूटूथ से कनेक्ट हो सकता है, न ही फोन की तरह इसमें मैसेज भेजे जा सकते हैं. इसमें अलग से चिप भी ऐड नहीं किए जा सकते हैं, जिनके चलते डेटा से छेड़छाड़ की जा सके.
क्यों उठे हैं सवाल?
एक अखबार में खबर छपी कि रवींद्र वायकर के रिश्तेदार का फोन, ईवीएम से कनेक्ट था. मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट के सांसद रवींद्र वायकर के एक रिश्तेदार की वजह से भारत में ईवीएम पर सवाल उठ रहे हैं. दरअसल वनराई पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि मंगेश पालिंडकर, ईवीएम मशीन से जुड़े फोन का इस्तेमाल कर रहे थे. चुनाव आयोग ने कहा है कि वे अपने फोन का इस्तेमाल कर रहे थे, ईवीएम से फोन को कनेक्ट ही नहीं किया जा सकता है. राहुल गांधी ने इसी रिपोर्ट के हवाला देकर ईवीएम को ब्लैक बॉक्स बताया. एलन मस्क ने ईवीएम को खत्म करने की वकालत की थी. उन्होंने कहा था कि ईवीएम को खत्म कर देना चाहिए. इसे इंसान या AI हैक कर सकता है.